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महाकुंभ भगदड़: मौनी अमावस्या पर संगम नोज पर हादसा, 30 की मौत, प्रशासन अलर्ट

मौनी अमावस्या के महापर्व पर महाकुंभ में संगम नोज पर भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 90 श्रद्धालु घायल हुए, जिनमें से 30 की मौत हो गई। अब तक 25 शवों की शिनाख्त हो चुकी है, जबकि बाकी की पहचान के प्रयास जारी हैं।

हादसे की पूरी कहानी

रतन दवे की इस रिपोर्ट में हादसे की आंखों देखी सामने आई है। मंगलवार-बुधवार की रात संगम तट पर स्नान के लिए पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ बेकाबू हो गई। एक व्यक्ति पुलिस अधिकारी से गिड़गिड़ाते हुए कह रहा था—
“मुझे उधर जाना है, मेरी रेल छूट रही है। मम्मी उधर हैं, मैं इधर रह गया हूं, जाने दीजिए।”
पुलिस अधिकारी ने जवाब दिया—
“भइया, तुम्हें जाना है और हमें तुम्हें बचाना है… बस, यह फर्क समझिए।”

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और प्रशासन की चुनौती

  • रात 12 बजे के बाद साधु-संत स्नान की तैयारी में थे।
  • 90% श्रद्धालु सेक्टर 5 से 25 के बीच रुके थे।
  • रात 3 बजे भगदड़ की खबर आने के बाद संतों का शाही स्नान निरस्त कर दिया गया।
  • संगम की बजाय श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर स्नान किया।

स्नान के लिए उमड़ी भीड़ और हादसा

ब्रह्म मुहूर्त में डुबकी लगाने के लिए लाखों श्रद्धालु एकत्र हुए थे। पुलों पर भीड़ बढ़ती गई, लेकिन बैरिकेडिंग और वैकल्पिक रास्तों की सही व्यवस्था न होने से स्थिति बिगड़ गई।

हादसे के बाद प्रशासन का एक्शन

  • सभी पुलों को बंद कर दिया गया, जिससे श्रद्धालु जहां थे, वहीं फंस गए।
  • पुल संख्या 12, 15 और 16 बंद, लोगों को 18 नंबर पुल से जाने को कहा गया।
  • 5-25 सेक्टर से गंगा घाटों की ओर भीड़ को मोड़ा गया ताकि भगदड़ की स्थिति और न बिगड़े।
  • वाराणसी और झूसी क्षेत्र के यात्रियों को बसों के जरिए रवाना किया गया।

श्रद्धालुओं की पीड़ा

सुबह जिनकी ट्रेनें थीं, वे पुल पार करने की कोशिश में भटकते रहे। पुलिस-प्रशासन भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश करता रहा, लेकिन व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।

क्या प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार?

श्रद्धालुओं और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक—

  • भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वैकल्पिक मार्ग पर्याप्त नहीं थे
  • सुरक्षा बल भगदड़ के दौरान पीछे हट गए
  • सूचना का सही प्रसार नहीं हुआ, जिससे अफवाहें भी फैलीं।

सरकार और प्रशासन की अपील

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थिति पर संज्ञान लिया और श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने की अपील की। सीएम मोहन यादव ने भी मध्यप्रदेश के श्रद्धालुओं से धैर्य रखने को कहा।

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फिलहाल, प्रयागराज प्रशासन और पुलिस स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है, लेकिन यह हादसा व्यवस्थाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

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