झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) के परिणामों के बाद कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच एक अजीब घटना घटित हुई। राज्य में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की अगुवाई में नई सरकार का गठन हो चुका है, लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी ने अपनी हार की समीक्षा बैठकें जारी रखी थीं। ऐसी ही एक बैठक धनबाद में हो रही थी, जब अचानक पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच लात-घूसे चलने लगे।
यह घटना धनबाद के उत्सव भवन में हुई, जहां जिले के तीन विधानसभा क्षेत्रों झरिया, बाघमारा और धनबाद के कांग्रेस प्रत्याशियों की हार को लेकर समीक्षा की जा रही थी। बैठक के दौरान कांग्रेस पार्टी के दो कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और गाली-गलौज के साथ मारपीट करने लगे। दोनों के बीच जमकर झड़प हुई, जिससे माहौल गरमा गया। हालांकि, पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं ने जल्द ही बीच-बचाव किया और स्थिति को शांत कराया। यह पूरा घटनाक्रम एक CCTV कैमरे में कैद हो गया, जिससे घटना की सच्चाई सामने आई।
हिंदुस्तान में छपी खबर के अनुसार, जिन कार्यकर्ताओं के बीच यह मारपीट हुई, उनकी पहचान झरिया प्रखंड कांग्रेस के अध्यक्ष इम्तियाज और कांग्रेस ACC सेल के प्रदेश संयोजक पिंटू तूरी के रूप में हुई। घटना के बाद पिंटू तूरी अपने समर्थकों के साथ धनबाद थाने पहुंचे, जहां उन्होंने मामला दर्ज कराने की कोशिश की। लेकिन कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता भी थाने पहुंचे और पिंटू तूरी को समझा-बुझाकर मामला दर्ज न कराने के लिए मनाने में सफल रहे।
कांग्रेस सरकार का गठन
राज्य में विधानसभा की 81 सीटें हैं, और हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की अगुवाई वाली INDIA गठबंधन को भारी जीत मिली। गठबंधन ने कुल 56 सीटें जीतीं और आसानी से बहुमत के आंकड़े को पार किया। JMM ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 34 सीटों पर पार्टी को जीत मिली। कांग्रेस 30 सीटों पर लड़ी थी,
लेकिन केवल 16 सीटें ही जीत सकी। वहीं, आरजेडी ने 6 सीटों में से 4, और भाकपा (माले) ने 4 सीटों में से 2 सीटें जीतीं। इसके विपरीत, बीजेपी 21 सीटों पर सिमट गई, और उसके सहयोगी दलों को एक-एक सीट मिली।
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कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच इस मारपीट के मामले ने राज्य में एक नए विवाद को जन्म दिया है, जिससे पार्टी की अंदरूनी राजनीति पर भी सवाल उठने लगे हैं।