मध्य प्रदेश के लोकसभा और विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही जहां कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा वही प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के नाम पर कंट्रोवर्सी लगातार चलती आ रही है। जीतू पटवारी आए दिनों अपने किसी न किसी बयान या हरकतों की वजह से सोशल मीडिया पर और राजनीतिक गलियारों में अपनी गतिविधि को मजबूत एवं तेज करते रहते हैं। पूर्व में मंत्री इमरती देवी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद एक बार फिर जीतू पटवारी का नाम राजनीतिक गलियारों में उछलकर सामने आया है। जीतू पटवारी की मुश्किल है कम होने का नाम नहीं ले रही है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों का प्रदर्शन तो ठीक था पर अब कांग्रेस के विधायकों का ही अपने प्रदेश के सर्वोच्च नेता या युग कहे तो प्रदेश अध्यक्ष पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के खिलाफ एक मोर्चा खोल दिया है। प्रदेश व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अजय चौरडिया ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के ऊपर कई आरोप लगाए।उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को नाकाबिल नेता बताया।
अजय चोरडिया ने कहा “प्रदेश की कमान किसी जीते हुए नेता के हाथ में देनी चाहिए कांग्रेस से जीतू पटवारी के नेतृत्व में काफी ज्यादा नुकसान उठा रही है और अपने अस्तित्व को खोने की कगार पर है उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी को प्रदेश का अध्यक्ष बनाया था। उन्होंने इसे अपने कार्यकर्ताओं के हित के लिए किया था पर अब वह हित न होकर आंहित हो गया है।”
मध्य प्रदेश कांग्रेस के उद्योग एवं व्यापारी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष ने इंदौर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर कई गंभीर आरोप लगा दिए यह आरोप लगाते हुए पटवारी अपने मनमानी से कांग्रेस को चलते हैं कार्यकर्ताओं का मनोबल कम करने के लिए काफी ज्यादा काम करते हैं। पटवारी के इन्हीं काम की एवं मनमानी के चलते मध्य प्रदेश के लोकसभा चुनाव के दौरान वोटिंग प्रतिशत में काफी ज्यादा कमी आई हैं।
अजय चौरडिया इस तंज एवं बयान के बाद खुद की मुश्किल बढ़ा ली है। संगठन के खिलाफ नोटिस जारी करके 48 घंटे के अंदर उनसे जवाब मांगा है।
अजय चौरडिया इस तंज एवं बयान के बाद खुद की मुश्किल बढ़ा ली है। संगठन के खिलाफ नोटिस जारी करके 48 घंटे के अंदर उनसे जवाब मांगा है।
कांग्रेस से विधायक जीतू पटवारी से खफा?
अजय ने जीतू पटवारी को तंज करते हुए कहा जो खुद अपनी विधानसभा से हार गया। वह प्रदेश के अध्यक्ष की जिम्मेदारी क्या ही उठा पाएगा। जीतू पटवारी के कार्यकाल में ही उनकी मनमानी की वजह से कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने एवं विधायकों ने और बहुत बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी को छोड़कर दूसरे पार्टी का दामन थाम लिया उन्होंने कई विधायकों से चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि कई विधायक भी पटवारी के व्यवहार से खफा है खुलकर बोल नहीं पा रहे हैं क्योंकि वह प्रदेश के अध्यक्ष हैं। इसको लेकर उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व से भी बातचीत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।