बूंदी। जिले की सियासत में उस समय हलचल मच गई जब पूर्व भाजपा विधायक अशोक डोगरा के घर पर जमकर हंगामा और तोड़फोड़ हुई। मामला परिवारिक विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। डोगरा ने अपनी बहू दिव्या गोस्वामी, उसकी मां अनुसूईया गोस्वामी और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं दूसरी ओर, दिव्या की मां ने भी विधायक के स्टाफ पर धक्का-मुक्की और छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है।
मामला कैसे शुरू हुआ?
पूर्व विधायक की FIR के अनुसार, घटना 31 अगस्त की शाम की है। डोगरा अपने बूंदी स्थित न्यू कॉलोनी वाले आवास के बरामदे में बैठे थे, तभी उनकी बहू दिव्या वहां पहुंच गई। दिव्या ने कहा कि वह यहीं घर में रहना चाहती है। इस पर पूर्व विधायक ने उसे समझाते हुए कहा कि यदि वह बेटे गौरव डोगरा के साथ रहना चाहती है, तो बूंदी स्थित उनके मकान में रह सकती है, अन्यथा जयपुर निवास में रहना होगा।
डोगरा के मुताबिक, इस पर बहू ने गाली-गलौज शुरू कर दी और फोन कर अपनी मां, भाई, मामा और अन्य 7–8 लोगों को घर बुला लिया।
संपत्ति को लेकर विवाद
डोगरा ने पुलिस को बताया कि घर पहुंचते ही दिव्या और उसके परिजन जोर-जबरदस्ती करने लगे। उन्होंने धमकी दी कि चल-अचल संपत्ति दिव्या के नाम करनी होगी। जब विरोध किया गया तो उन्होंने घर में मौजूद नौकर से लाए गए स्टील के गिलासों को उठाकर ड्रॉइंग रूम की तस्वीरों पर फेंकना शुरू कर दिया। इसके अलावा कांच की सेंटर टेबल तोड़ दी और बरामदे में लगे CCTV कैमरे का CPU भी निकालकर ले गए।
बहू की मां भी BJP पदाधिकारी
गौरतलब है कि दिव्या की मां अनुसूईया गोस्वामी भाजपा में प्रदेश मंत्री के पद पर हैं। ऐसे में इस विवाद ने राजनीतिक रंग भी पकड़ लिया है। पूर्व विधायक का आरोप है कि शादी के बाद से ही दिव्या उनके बेटे गौरव पर पैतृक संपत्ति अपने नाम कराने का दबाव बना रही थी, जिससे वैवाहिक जीवन में तनाव बना रहा।
वैवाहिक रिश्तों में खटास
अशोक डोगरा के बेटे गौरव और दिव्या की शादी करीब नौ महीने पहले कोटा निवासी दिव्या से हुई थी। लेकिन शादी के बाद से ही दोनों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं रहे। डोगरा का कहना है कि उनकी बहू संपत्ति को लेकर लगातार दबाव बना रही थी।

दोनों पक्षों ने दर्ज करवाई रिपोर्ट
घटना के बाद पूर्व विधायक ने कोतवाली थाने में लिखित शिकायत दी, जिस पर पुलिस ने बहू, उसकी मां और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों पर घर में जबरन घुसने, तोड़फोड़, धमकाने और मारपीट करने का केस दर्ज किया गया है।
उधर, अनुसूईया गोस्वामी की ओर से भी शिकायत दर्ज करवाई गई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि घटना के दौरान पूर्व विधायक के स्टाफ ने उनके साथ धक्का-मुक्की और छेड़छाड़ की। पुलिस ने इस मामले को भी रजिस्टर कर लिया है।
पुलिस जांच में जुटी
कोतवाली थाना पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे और इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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इस पूरे मामले ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति बल्कि भाजपा संगठन में भी हलचल पैदा कर दी है। एक तरफ पूर्व विधायक का आरोप है कि उनकी बहू और उसके परिजनों ने संपत्ति के लिए दबाव बनाया, वहीं दूसरी ओर अनुसूईया गोस्वामी का दावा है कि उनके साथ मारपीट और अभद्रता हुई।
अब पुलिस की जांच से ही साफ होगा कि इस विवाद की असल हकीकत क्या है। लेकिन इतना तय है कि पूर्व विधायक के घर पर हुए इस हंगामे ने बूंदी की सियासत में नया तूफान खड़ा कर दिया है।