विनेश फोगाट:- ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट के राजनीति में कदम रखने के फैसले पर उनके ताऊ और प्रसिद्ध रेसलिंग कोच महावीर फोगाट ने अपनी असंतोषजनक राय व्यक्त की है। महावीर फोगाट का मानना है कि विनेश को राजनीति के बजाय अपनी पहलवानी की यात्रा को जारी रखना चाहिए था।
6 सितंबर को विनेश फोगाट ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली थी और पार्टी ने आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम शामिल किया है। विनेश फोगाट जुलाना सीट से उम्मीदवार हैं, जिसे लेकर उनके सियासी करियर की काफी चर्चा हो रही है।
महावीर फोगाट की राय
महावीर फोगाट ने आजतक से बातचीत के दौरान कहा, “मेरी सोच थी कि विनेश 2028 के ओलंपिक्स के लिए तैयारी करें। मुझे लगता है कि राजनीति में जाने का निर्णय सही नहीं है। विनेश को अभी एक ओलंपिक्स और खेलना चाहिए था। गोल्ड मेडल की जिद थी, और वह 2028 ओलंपिक्स में और लड़ना चाहिए थी।”
महावीर ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मानना है कि विनेश को राजनीति में नहीं जाना चाहिए था और उनके इस कदम से वह खुश नहीं हैं।

कांग्रेस के साथ जुड़ने पर सवाल
जब रिपोर्टर ने विनेश के कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के पीछे की वजह के बारे में सवाल किया, तो महावीर फोगाट ने कहा, “धरने पर बैठे समय कांग्रेस के कुछ लोग पीछे पड़े थे, तब विनेश ने हामी भरी। उस समय कोई सोच-विचार नहीं था।”

परिवार की राजनीतिक स्थिति
महावीर फोगाट से उनके परिवार की राजनीतिक स्थिति के बारे में पूछा गया, विशेषकर गीता फोगाट की भाजपा की सदस्यता पर। महावीर ने कहा, “जवान बच्चे अपना फैसला खुद लेंगे। मैं उनका पालन-पोषण करके बड़ा कर चुका हूं। उनका राजनीतिक फैसला उनकी अपनी जिम्मेदारी है।”
विनेश फोगाट के चुनावी वादे
विनेश फोगाट ने चुनावी अभियान के दौरान कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं, जिनमें खेल स्टेडियम की उपलब्धता, बुनियादी ढांचे का विकास और महिला सुरक्षा को लेकर काम करने की बात शामिल है। उन्होंने कहा कि उनके चुनावी वादे उनके क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं और उन्हें पूरा करने का पूरा प्रयास करेंगे।
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महावीर फोगाट का यह बयान विनेश के सियासी कदम पर परिवार में मतभेद को दर्शाता है और इस मुद्दे पर उनके निराशा को स्पष्ट करता है। वहीं, विनेश का राजनीतिक यात्रा का उद्देश्य और उनके द्वारा किए गए वादे भविष्य में उनके समर्थकों और विरोधियों दोनों की नजर में रहेंगे।