चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के मध्य, डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम सिंह को दुष्कर्म के मामले में सजा काटने के बाद 20 दिनों की पैरोल पर रिहा कर दिया गया है। उन्हें पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच सुनारियां जेल से बाहर लाया गया, और अब वह यूपी के बरनावा आश्रम में रहेंगे।
कांग्रेस की आपत्ति
राम रहीम की पैरोल को लेकर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा कि इस समय राम रहीम को पैरोल पर रिहा करना उचित नहीं है, क्योंकि इससे विधानसभा चुनाव पर प्रभाव पड़ सकता है। इसके बावजूद, हरियाणा सरकार ने देर रात राम रहीम की रिहाई के आदेश जारी कर दिए।

पैरोल की शर्तें
राम रहीम की रिहाई के साथ कुछ शर्तें भी जुड़ी हैं। उन्हें निर्देश दिया गया है कि वह पैरोल अवधि के दौरान हरियाणा में नहीं रहेंगे और न ही सोशल मीडिया पर सक्रिय रहेंगे। अगर इन शर्तों का उल्लंघन होता है, तो उनकी पैरोल तुरंत रद्द कर दी जाएगी।
हरियाणा :- कानूनी पृष्ठभूमि
राम रहीम को 2017 में अपनी दो शिष्याओं के साथ बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा, उन्हें एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी ठहराया गया था।
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इस घटनाक्रम ने हरियाणा की राजनीतिक परिस्थितियों को और जटिल कर दिया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी माहौल पर इसका क्या असर पड़ता है।