सीधी:- सीधी जिले के भुईमाड़ गांव में गुरुवार को डायरिया के कारण एक साल की बच्ची, गरिमा सिंह, की मौत हो गई। बच्ची पिछले तीन दिनों से बीमार थी, लेकिन परिजन उसे मेडिकल स्टोर से लाए गए दवाइयां देकर इलाज कर रहे थे।
बच्ची के पिता, गोविंद सिंह, ने बताया कि गरिमा को शुरू में सर्दी, जुकाम और खांसी की समस्या थी, जिसके लिए दवा दी जा रही थी। लेकिन सोमवार से उसे उल्टी और दस्त होने लगे, जिससे उसकी तबियत और बिगड़ गई और अंततः उसकी मौत हो गई।
गौरतलब है कि हाल ही में कुशमी जनपद के हर्रई गांव में भी डायरिया से दो लोगों की मौत हो चुकी है। इस स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने वहां एक मेडिकल कैंप लगाया है। भुईमाड़ गांव, जहां गरिमा की मौत हुई, हर्रई गांव से 18 किलोमीटर दूर है।

अभी हाल ही में, एक 70 वर्षीय महिला, सोन कुमारी, को भी डायरिया के लक्षणों के चलते जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नायब तहसीलदार सोने सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही वह पटवारी लक्ष्मण साकेत के साथ मौके पर पहुंचे और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की जानकारी ली।
इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन को फिर से स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने और जागरूकता फैलाने की आवश्यकता का एहसास कराया है। लोग दवाइयों के बजाय प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की मदद लेने में अनिच्छा दिखा रहे हैं, जो खतरनाक हो सकता है।
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स्थानीय लोगों की मांग है कि स्वास्थ्य विभाग तत्काल प्रभावी कदम उठाए और ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाए।