बारिश के मौसम में कौन सी सब्जियां आपके लिए हानिकारक हो सकती है और उन्हें खाने से आपको बचना चाहिए, ऐसा मानना है कि बारिश के दिनों ऊपर से ताजी दिखने वाली कुछ सब्जियों के अंदर कीड़े पैदा हो सकते हैं। इनके सेवन से सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। बारिश फसल की वृद्धि और कीटों और बीमारियों के प्रकोप को प्रभावित करती है।


हरी पत्तेदार सब्जियों में नमी और गंदगी के कारण उनके दूषित होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे तो हरी सब्जियों को बहुत फायदेमंद बोला जाता है लेकिन फिर भी बारिश में इन्हे खाने से बचना चाहिए। इसीलिए इन दिनों पालक, पत्तागोभी जैसी सब्जियों को न खाने में भलाई है। इसके बजाय आप करेला, घिया, तोरी खा सकते हैं।

बैंगन का बैंगनी रंग बल्ब एल्कलॉइड्स नामक रसायनों के एक वर्ग से बना होता है। बारिश के दिनों इस तरह की फसल कीड़े और अन्य कीटों से बचाव के लिए इस जहरीले यौगिक का उत्पादन करती हैं। बारिश के मौसम में जब कीटों का प्रकोप सबसे अधिक होता है तो बैंगन का सेवन कम से कम करें। एल्कलॉइड से एलर्जी रिएक्शन, त्वचा में खुजली, मतली और त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं।

इसमें कोई शक नहीं कि शिमला मिर्च खाने में स्वादिष्ट और विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। लेकिन यह मानसून में कई प्रकार से दिक्कत दे सकती है। इसमें एक ग्लूकोसाइनोलेट्स रसायन होता हैं जो काटने या चबाने पर आइसोथियोसाइनेट्स में टूट जाता हैं। कच्चा या पकाकर खाने पर ये रसायन कई प्रकार की परेशानियां पैदा करता है जैसे की मतली, उल्टी, दस्त और सांस लेने में समस्या पैदा कर सकती है।

फूलगोभी में पानी की मात्रा थोड़ी अधिक होती है। इसीलिए मानसून में फूलगोभी से दूर रहना चाहिए।इसका एक और मुख्य कारण है वह यह कि इसमें भी शिमला मिर्च की भाती ग्लूकोसाइनोलेट्स नामक रसायन होता हैं जो आपको एलर्जी या इसके प्रति संवेदनशील लोगों के लिए दिक्कत पैदा कर सकता हैं। इन सभी केमिकल्स से बचने का सबसे अच्छा तरीका ये हैं की इनको बारिश के मौसम में न खाया जाए।

मानसून के दौरान लौकी, मूली, खीरा, लहसुन, टमाटर, भिंडी आदि को खाना चाहिए, ये सब आपके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है और इनका कोई दुष्परिणाम भी नही, और सबसे खास बात ये की ये आपके आस पास आसानी से कम दामों में भी उपलब्ध रहती है, तो आपके ऊपर कोई अलग से इसका भार भी नही पड़ेगा।