क्या जब आप सुबह सोकर उठते हैं, तो आपको अपने हाथ-पैरों के जोड़ों में अकड़न या दर्द महसूस होता है? क्या घुटने, कंधे या कलाई हिलाने में परेशानी होती है? अगर हां, तो यह कोई असामान्य समस्या नहीं है, बल्कि यह एक बहुत सामान्य स्थिति है, जिसे मॉर्निंग स्टिफनेस कहते हैं। हालांकि, यह समस्या किसी गंभीर बीमारी के कारण भी हो सकती है, लेकिन अक्सर यह हमारी जीवनशैली और कुछ आदतों से जुड़ी होती है।
आइए जानते हैं, डॉक्टर से इस समस्या के बारे में विस्तार से।
सुबह जोड़ों में अकड़न क्यों होती है?
यह सवाल हमने पूछा डॉ. आशीष चौधरी से, जो आकाश हेल्थकेयर, नई दिल्ली में ऑर्थोपेडिक्स और जॉइंट रिप्लेसमेंट के डायरेक्टर और हेड हैं।

डॉ. आशीष बताते हैं कि सुबह जोड़ों में अकड़न (मॉर्निंग स्टिफनेस) आमतौर पर थोड़े समय के लिए ही होती है और यह नुकसान नहीं पहुंचाती। इस समस्या का कारण अक्सर हमारी जीवनशैली होती है। जब हम पूरी रात सोते हैं, तो हमारे जोड़ों और मांसपेशियों में स्थिरता आ जाती है, जिससे हम सुबह उठते समय अकड़न महसूस करते हैं। यह स्थिति तब ज्यादा होती है, जब हमारी दिनचर्या में शारीरिक गतिविधियों की कमी होती है। जैसे—अगर हम लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, ज्यादा एसी में रहते हैं, या शारीरिक व्यायाम नहीं करते, तो यह समस्या बढ़ सकती है।
इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति को पुरानी बीमारियां जैसे गठिया (आर्थराइटिस) या जोड़ों के दर्द की समस्याएं हैं, तो मॉर्निंग स्टिफनेस और बढ़ सकती है।
कैसे बचें मॉर्निंग स्टिफनेस से?
डॉ. आशीष के अनुसार, मॉर्निंग स्टिफनेस से बचने के लिए कुछ सामान्य जीवनशैली के बदलाव किए जा सकते हैं।
- फिज़िकल एक्टिविटी
नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि करना बेहद जरूरी है। रोजाना थोड़ा-बहुत चलना, योगा करना या हल्का व्यायाम आपकी मांसपेशियों को सक्रिय रखेगा, जिससे जोड़ों में अकड़न की समस्या कम होगी। - लंबे समय तक बैठने से बचें
जो लोग कई घंटे लगातार बैठकर काम करते हैं, उन्हें बीच-बीच में ब्रेक लेना चाहिए। थोड़ा उठकर चलें और अपनी मांसपेशियों को आराम दें। - गर्म चीज़ों का सेवन करें
गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें, जैसे गर्म दूध, गर्म पानी, चाय या कॉफी। यह शरीर के तापमान को मेंटेन रखने में मदद करता है और अकड़न को कम करता है। - तेल से मालिश
जोड़ों और मांसपेशियों पर तेल से मालिश करने से रक्त संचार बेहतर होता है और मांसपेशियों की अकड़न में राहत मिलती है। इसे सुबह उठकर करना सबसे फायदेमंद हो सकता है। - योग और स्ट्रेचिंग
योग और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज से मांसपेशियों की लचीलापन बढ़ती है और जोड़ों की अकड़न कम होती है। नियमित रूप से प्राणायाम और योगासन करना बहुत फायदेमंद होता है। - नम और गर्म वातावरण में रहें
ज्यादा एसी का इस्तेमाल और ठंडे वातावरण में रहने से भी मांसपेशियों में अकड़न हो सकती है। ऐसे में गर्म माहौल और कम एसी का उपयोग करना चाहिए।

अगर समस्या लगातार बनी रहे तो क्या करें?
यदि मॉर्निंग स्टिफनेस लंबे समय तक बनी रहे, या दर्द बढ़ने लगे, तो यह गठिया (अर्थराइटिस) या अन्य किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना बेहद ज़रूरी है। जोड़ों का नियमित चेकअप और सही इलाज से इस समस्या का समाधान किया जा सकता है।
निष्कर्ष:
सुबह जोड़ों में अकड़न और दर्द एक सामान्य समस्या हो सकती है, जो जीवनशैली और आदतों से जुड़ी होती है। हालांकि, अगर यह समस्या लगातार बनी रहे, तो डॉक्टर से उचित उपचार जरूर लें। नियमित शारीरिक गतिविधि, सही आहार, और तेल से मालिश जैसी आदतें इस समस्या को कम करने में मदद कर सकती हैं।
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ध्यान रखें, अपनी सेहत का ध्यान रखना ही सबसे बड़ा इलाज है!