मध्य प्रदेश सरकार का इस बार के बजट में और ऐसे भी औद्योगिक विकास पर ज्यादा ध्यान है. इस बार प्रदेश में इंडस्ट्रीज बढ़ाई जाएंगी ताकि बेरोजगारी और वित्तीय समस्या जो प्रदेश में चल रही उसे सुधारा जा सके, इन्ही सब योजनाओं में उज्जैन में देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित किया जाना तय किया गया है, इसकी जानकारी स्वयं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने X के माध्यम से दिया।औद्योगिक विकास के लिए कई योजनाओं पर भी काम शुरू किया जा रहा है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष ही घोषित कर दिया है। उज्जैन मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए में 1 लाख 60 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया जाना तय हुआ है. जबलपुर में 20 जुलाई को रीजनल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित होगी, ताकि हजारों लोगों को काम मिल सके, देश का सबसे बड़ा मेडिकल डिवाइस पार्क उज्जैन के विक्रम उद्योगपुरी में बनेगा। सीएम मोहन यादव ने बताया की प्रयास किया जा रहा की निवेशकों को मध्यप्रदेश में दूरगामी दृष्टि से इन्वेस्ट करे, कई विदेशी निवेशक भी मध्यप्रदेश में संभावनाएं देख इन्वेस्ट करने के इच्छुक है, ताइवान, मलेशिया आदि के साथ बातचीत चल रही।
अब सवाल आता है की आखिर क्या है ये मेडिकल डिवाइस पार्क, रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय ने आत्मनिर्भर भारत के अंदर मेडिकल डिवाइस पार्क को को बढ़ावा देने की योजना शुरू की थी। ये इंजनरिंग और चिकित्सा का मिश्रण है। इसमें ऐसी मशीनों को बनाया जाता है जिनका उपयोग चिकित्सा में किया गया था।
चिकित्सा उपकरण जैसे सर्जिकल उपकरण, कार्डियक इमेजिंग, सीटी स्कैन, एक्स-रे, आणविक इमेजिंग, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड-इमेजिंग जैसे डायग्नोस्टिक उपकरण, ये सभी शामिल हैं, इसको बनाने का उद्देश्य है डिवाइस के उत्पादन लागत को कम करना और घरेलू बाजार उपलब्ध कराना। इसमें बाहरी देशों से भी सहायता मिलेगी।