देवास।
मध्य प्रदेश के देवास स्थित अमलतास मेडिकल कॉलेज में बीते मंगलवार देर रात एक MBBS छात्रा के साथ दुष्कर्म का प्रयास किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि एक अज्ञात युवक अंधेरे का फायदा उठाकर हॉस्टल परिसर में घुसा और छात्रा पर हमला करने की कोशिश की। इस घटना के बाद कॉलेज प्रशासन की चुप्पी और सुरक्षा की लापरवाही से नाराज़ छात्र-छात्राओं ने बुधवार सुबह उज्जैन रोड हाईवे पर जाम लगा दिया, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।
क्या है पूरा मामला?
घटना मंगलवार रात 18 जून 2025 की है। जानकारी के अनुसार, उज्जैन रोड स्थित अमलतास इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ में एक MBBS छात्रा पर उस समय हमला किया गया, जब वह छात्रावास परिसर में अकेली थी। एक अज्ञात युवक कॉलेज की सुरक्षा दीवार पार कर भीतर घुसा और छात्रा को निशाना बनाने की कोशिश की। छात्रा ने साहस दिखाते हुए शोर मचाया और खुद को किसी तरह बचाया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गया।
घटना की सूचना कॉलेज प्रबंधन को दी गई, लेकिन पुलिस को समय पर नहीं बताया गया, जिससे छात्र-छात्राओं में भारी आक्रोश फैल गया।
विरोध में फूटा गुस्सा, जाम हुआ हाईवे
बुधवार सुबह कॉलेज के सैकड़ों छात्र-छात्राएं एकत्र होकर कॉलेज गेट के सामने उज्जैन रोड पर धरने पर बैठ गए और सड़क जाम कर दी। छात्र प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठा रहे थे।
“रात में कोई कैसे कैंपस में घुस आया? CCTV कहां थे? गार्ड्स क्या कर रहे थे?”— ये सवाल हर छात्र की जुबान पर थे।
पुलिस को नहीं दी गई समय पर सूचना
बीएनपी थाना प्रभारी अमित सौलंकी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि,
“हमें इस घटना की जानकारी बुधवार सुबह मिली। यदि कॉलेज प्रबंधन समय पर पुलिस को सूचना देता, तो आरोपी को पकड़ना आसान होता।”
फिलहाल पीड़िता का बयान लिया जा रहा है और आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। घटनास्थल की CCTV फुटेज खंगाली जा रही है।


प्रशासन की चुप्पी बनी सवाल
कॉलेज प्रबंधन की ओर से कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है। जब मीडिया ने कॉलेज अधिकारियों से संपर्क किया, तो जवाब टालने वाले मिले। सीओ जगत रावत ने केवल इतना कहा:
“यह मामला अलग है, इससे पहले डॉ. रूपम जैन को हटाया गया था। फिलहाल जो घटना सामने आई है, उसकी गहराई से जांच हो रही है।”
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज में सुरक्षा नाम की कोई चीज़ नहीं है। रात के समय गार्ड्स सोते रहते हैं, जबकि परिसर अंधेरे में डूबा रहता है। छात्राओं ने मांग की कि हॉस्टल परिसर में महिला सुरक्षा अधिकारी और अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
क्या कहते हैं छात्र?
एक छात्रा ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,
“हम पढ़ाई के लिए आए हैं, डर कर जीने के लिए नहीं। जब तक कॉलेज प्रशासन दोषियों पर कार्रवाई नहीं करता और सुरक्षा नहीं देता, हम पीछे नहीं हटेंगे।”
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देवास मेडिकल कॉलेज में छात्रा पर हमला सिर्फ एक घटना नहीं है, यह कॉलेजों में बुनियादी सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलने वाली चेतावनी है।
प्रशासन की चुप्पी, पुलिस को देरी से दी गई सूचना और कॉलेज प्रबंधन की निष्क्रियता ने पूरे मामले को संदेह के घेरे में ला दिया है। छात्राएं डरी हुई हैं और सवाल पूछ रही हैं — क्या हम अपने ही कॉलेज में सुरक्षित नहीं हैं?
अब देखना यह है कि क्या पुलिस और कॉलेज प्रबंधन इस घटना से सबक लेते हैं या यह मामला भी अन्य घटनाओं की तरह धूल में दबा दिया जाएगा।