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छात्रों की साइकिलें बिकने जा रही थीं बाजार में! खटाई स्कूल से जुड़े शिक्षक के घर में पकड़ी गईं शासकीय साइकिलें

सिंगरौली, चितरंगी जिले के चितरंगी विकासखंड में सरकारी योजना के तहत स्कूली छात्रों के लिए आई शासकीय साइकिलें बाजार में खपाने की तैयारी में थीं। लेकिन ऐन वक्त पर पुलिस ने छापा मारकर इन साइकिलों को एक निजी घर से बरामद कर लिया। मामला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खटाई से जुड़ा बताया जा रहा है, जहां इन साइकिलों को छात्रों को वितरित किया जाना था।

सूत्रों के अनुसार, यह साइकिलें छात्रों को निशुल्क वितरण हेतु शासन द्वारा भेजी गई थीं, लेकिन इन्हें संकुल प्राचार्य द्वारा चोरी-छुपे खैरा गांव स्थित एक निजी घर में छिपाकर रखा गया था, जहां से उनकी बिक्री की तैयारी चल रही थी। स्थानीय ग्रामीणों को जब इस पर संदेह हुआ, तो उन्होंने चुपचाप सूचना पुलिस को दे दी।

चितरंगी पुलिस ने मारा छापा, साइकिलें जब्त

चितरंगी थाना पुलिस ने सूचना मिलते ही बिना देर किए खैरा गांव में छापेमारी की। घर की तलाशी के दौरान कई शासकीय साइकिलें वहां पाई गईं, जिन पर स्कूल और योजना संबंधी मुहरें साफ तौर पर अंकित थीं। पुलिस ने तत्काल साइकिलों को जब्त कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने प्राथमिक पूछताछ के बाद बताया कि यह साइकिलें शासकीय स्कूल, खटाई के छात्रों को वितरित की जानी थीं, लेकिन इन्हें बेचने की नीयत से जानबूझकर निजी स्थान पर छिपाकर रखा गया था।

क्या प्राचार्य के घर से मिलीं साइकिलें?

एक अहम पहलू यह भी है कि जिस घर से साइकिलें बरामद की गईं, वह कथित रूप से खटाई प्राचार्य का ही है, या उनसे जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। हाल ही में यही प्राचार्य सोशल मीडिया पर अपनी प्रशंसा करवाने के लिए खबरें चलवा रहे थे, जो अब इस खुलासे के बाद कटघरे में आ गए हैं।

ग्रामीणों का आरोप है कि यह कोई पहली बार नहीं है। पूर्व में भी छात्र हित के सामान, जैसे यूनिफॉर्म, किताबें और मिड-डे मील सामग्री के दुरुपयोग की खबरें आती रही हैं, लेकिन इस बार मामला पुलिस के शिकंजे तक जा पहुंचा।

छात्र हितों पर चोट, शासन की योजना पर धब्बा

सरकार द्वारा चलाई जा रही निशुल्क साइकिल वितरण योजना का उद्देश्य ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में पढ़ने वाले छात्रों को स्कूल तक आने-जाने में सहूलियत देना है। लेकिन जिस प्रकार से इस योजना का दुरुपयोग हुआ है, उससे शासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है।

स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता और अभिभावकों ने मामले को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यह “छात्रों के अधिकारों की सीधी चोरी” है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

जांच जारी, प्रशासन सख्ती में

चितरंगी थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की प्राथमिक जांच शुरू कर दी गई है, और जैसे-जैसे तथ्यों की पुष्टि होती जाएगी, आरोपी पर एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल साइकिलों को थाने में जब्त रखा गया है और मामले से जुड़े दस्तावेजों की तलाश की जा रही है।

खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) को भी सूचना दे दी गई है, और संभावना है कि शिक्षा विभाग अलग से विभागीय जांच बैठाएगा।

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क्या बोले अधिकारी?

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा:

“इस मामले को हम गंभीरता से ले रहे हैं। सरकारी संपत्ति का इस तरह दुरुपयोग न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी।”

जनता में रोष, कार्रवाई की मांग

इस पूरे घटनाक्रम से क्षेत्र में शिक्षा विभाग की छवि को गहरा धक्का पहुंचा है। ग्रामीणों और अभिभावकों ने सख्त नाराजगी जताते हुए मामले में निष्पक्ष और शीघ्र न्याय की मांग की है। यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, तो स्थानीय समाजिक संगठन और जनप्रतिनिधि आंदोलन की चेतावनी दे चुके हैं।

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