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कानपुर:- प्रेमी जोड़े को जंगल में घेरकर मारपीट, वीडियो वायरल होने पर दो आरोपी गिरफ्तार

कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश।
ज़िले के बिल्हौर इलाके से एक चिंताजनक और परेशान करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक लड़की अपने उम्र में बड़े प्रेमी के साथ जंगल में गई थी। वहां तीन युवकों ने दोनों को घेर लिया, उनके साथ मारपीट की और पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है।

जंगल में प्रेमी जोड़े को बनाया निशाना

जानकारी के अनुसार, लड़की अपने प्रेमी के साथ निजी समय बिताने के लिए जंगल की ओर गई थी। तभी खेतों में काम कर रहे तीन युवक – कुलदीप, अरुण और शिवम – वहां पहुंचे और दोनों को घेर लिया। इन युवकों को लड़की का उम्रदराज प्रेमी के साथ होना नागवार गुजरा। वीडियो में यह स्पष्ट दिखता है कि लड़की बार-बार कह रही है, “मैं जिसके साथ चाहूं घूमूं, आपसे क्या मतलब?” लेकिन हमलावर युवक उसकी बात सुनने को तैयार नहीं हुए और उसके साथ भी मारपीट शुरू कर दी।

प्रेमी की पिटाई, फिर लड़की से बदसलूकी

वीडियो में दिख रहा है कि पहले युवकों ने लड़की के प्रेमी के साथ मारपीट की, फिर जब लड़की ने बीच-बचाव किया तो उसे भी धक्का-मुक्की और हाथापाई का शिकार होना पड़ा। सबसे गंभीर बात यह रही कि इस अमानवीय कृत्य को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।

वीडियो वायरल होने के बाद ही यह मामला पुलिस तक पहुंचा, क्योंकि न तो पीड़ितों ने शिकायत की और न ही किसी चश्मदीद ने तत्काल कोई सूचना दी।

पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई, दो आरोपी गिरफ्तार

सोशल मीडिया पर वीडियो के फैलने के बाद पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की। तीनों आरोपियों की पहचान कर ली गई – जिनमें से कुलदीप और अरुण को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरा आरोपी शिवम अभी फरार है। पुलिस ने उसके संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है।

पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह घटना गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है। किसी की व्यक्तिगत जिंदगी में हस्तक्षेप करना और हिंसा करना कानूनन दंडनीय है।

पीड़ित प्रेमी-प्रेमिका अभी सामने नहीं आए

मामले में अब तक सबसे बड़ी चुनौती यह है कि पीड़ित प्रेमी जोड़ा अब तक सामने नहीं आया है। पुलिस वीडियो फुटेज और स्थानीय लोगों की मदद से उनकी पहचान करने की कोशिश कर रही है, ताकि उनका बयान दर्ज किया जा सके और जांच को आगे बढ़ाया जा सके।

समाज में निजी स्वतंत्रता पर सवाल

यह घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि समाज की उस मानसिकता को उजागर करती है जो अब भी किसी लड़की की अपनी पसंद और निजी फैसलों को स्वीकार करने को तैयार नहीं है। प्रेम संबंधों को लेकर टोकाटाकी, हिंसा और ‘मॉरल पोलिसिंग’ जैसी घटनाएं यह दिखाती हैं कि महिला की स्वतंत्रता आज भी समाज के एक हिस्से को चुभती है।

पुलिस अधिकारियों ने साफ तौर पर कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। यदि किसी को किसी के व्यवहार से आपत्ति है, तो वह पुलिस को सूचना दे सकता है, लेकिन निजी तौर पर ‘न्याय’ करने की कोशिश करना अस्वीकार्य है।

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कानपुर देहात की यह घटना एक चेतावनी है – समाज में कानून व्यवस्था और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामाजिक चेतना और संवेदनशीलता भी उतनी ही ज़रूरी है।

किसी की निजी पसंद पर हमला करना सिर्फ असंवैधानिक नहीं, अमानवीय भी है। कानून सबके लिए है – नारी के सम्मान और व्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा सबसे पहले होनी चाहिए।

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