Homeप्रदेशकांग्रेस ज्ञान सिंह और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल का आरोप: निराशाजनक बजट,...

कांग्रेस ज्ञान सिंह और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल का आरोप: निराशाजनक बजट, किसानों, युवाओं और महिलाओं की अनदेखी

संवाददाता से बात करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह ने कहा कि केंद्रीय बजट निराशाजनक है और इसमें किसानों, युवाओं और महिलाओं के पक्ष में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. उन्होंने कहा कि देश में करोड़ों युवा बेरोजगार हैं; बजट में बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई पहल नहीं की गई। महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया गया है, न ही महंगाई की पहुंच को कम करने के लिए कोई कदम उठाया गया है, जिससे रसोई का खर्च भी बढ़ता है।

ज्ञान सिंह ने केंद्र सरकार पर जनता को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि रोजगार के अवसर नहीं मिल रहे हैं, खाद-बीज महंगे हो रहे हैं और किसानों को बिजली की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए भी बजट में कोई प्रावधान नहीं है। सिंह के अनुसार, यह बजट केवल बिहार और आंध्र प्रदेश को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है और देश के बाकी प्रदेशों को इससे कोई लाभ नहीं मिलेगा। मध्य प्रदेश की जनता को भाजपा सरकार ने ठगा है और बजट में उनके लिए कुछ भी नहीं रखा गया है।

पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने भी बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत बजट से महंगाई और बेरोजगारी बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि महंगाई हटाने, बेरोजगारी समाप्त करने और किसानों की आय दोगुना करने के लिए ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं, केवल दावे किए जा रहे हैं। पटेल के अनुसार, बजट में प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान की चर्चा है, जो पांच करोड़ जनजातीय लोगों को लाभ पहुंचाने का दावा करता है, लेकिन यह विरोधाभासी है क्योंकि अगर मोदी सरकार ने पहले ही जनजातीय लोगों के लिए ठोस काम किया होता तो इस अभियान की आवश्यकता नहीं पड़ती।

पटेल ने कहा कि बजट की प्राथमिकताएं जैसे रोजगार, कौशल निर्माण, अधोसंरचना, ऊर्जा सुरक्षा और शहरी विकास हैं, लेकिन अगर पहले इन प्राथमिकताओं पर ध्यान दिया गया होता तो अब इनकी आवश्यकता नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि बजट मोदी सरकार द्वारा अपनी पीठ थपथपाने के लिए बनाया गया है और यह आम लोगों के सपनों का बजट नहीं है.

कुल मिलाकर, कांग्रेस ने इस बजट को निराशाजनक और जनता के हितों के खिलाफ बताते हुए इसे केवल झुनझुना करार दिया है।

RELATED ARTICLES

Most Popular