दिल्ली: ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में डूबने से तीन छात्रों की मौत के बाद, हादसे के बाद दिल्ली नगर निगम की सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है, बच्चे भी खासा गुस्से में है| दिल्ली नगर निगम ने मुखर्जी नगर में मशहूर आईएएस कोचिंग सेंटर ‘दृष्टि आईएएस’ समेत कई कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया है. यह कार्रवाई सुरक्षा मानकों के उल्लंघन और अवैध निर्माण के आरोपों के चलते की गई है|


क्या हुआ था?
शनिवार को राव आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में भारी बारिश के कारण पानी भर गया था, जिससे तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई थी. इस घटना के बाद दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम ने कोचिंग सेंटरों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया।

दृष्टि आईएएस को क्यों सील किया गया?
दृष्टि आईएएस सेंटर नेहरू विहार में वर्धमान मॉल के बेसमेंट में है| एसडीएम की टीम ने पाया कि यह सेंटर भी सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर रहा था और बेसमेंट में अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. इसलिए, सुरक्षा कारणों से इस सेंटर को सील कर दिया गया|
दिल्ली नगर निगम की कार्रवाई
- सीलिंग अभियान: दिल्ली नगर निगम ने मुखर्जी नगर में कई कोचिंग सेंटरों पर छापेमारी कर उनमें से कई को सील कर दिया|
- जांच:दिल्ली नगर निगमने सभी कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच शुरू कर दी है|
- अवैध निर्माण: दिल्ली नगर निगम ने उन कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की है जिन्होंने अवैध रूप से निर्माण किया है|
- जलभराव: दिल्ली नगर निगम ने ओल्ड राजेंद्र नगर में जलभराव का कारण बनने वाले बरसाती नालों पर मौजूद अवैध ढांचों को हटाने के लिए भी कार्रवाई शुरू की है।
छात्रों की परेशानी
कोचिंग सेंटरों के सील होने से UPSC की तैयारी कर रहे छात्र काफी परेशान हुए हैं. कई छात्रों ने बताया कि उनकी किताबें और स्टडी मटेरियल कोचिंग सेंटरों में ही रह गया है और उन्हें अब अपनी तैयारी जारी रखने में मुश्किल हो रही है|
सरकार की कार्रवाई
दिल्ली सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और कोचिंग सेंटरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने का फैसला किया है. सभी कोचिंग सेंटर्स के मालिकों को सरकार ने निर्देश दिया है कि वे सुरक्षा मानकों का पालन करें और किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पर सवाल ये है क्या हम हमेशा ऐसे बड़े हादसे का इंतजार करते है सही कदम उठाने के लिए,क्या ये सरकार और दिल्ली नगर निगम की पहले से जिम्मेदारी नहीं बनती थी, और सिर्फ दिल्ली आज देश के हर कोने में ऐसी कोचिंग सेंटर्स है जहा रह कर बचे पढ़ते है, उन सभी जगह पर अब ठोस कदम उठाना चाहिए, कोचिंग भले प्राइवेट संस्थान हो पर अगर इतने बचो की सुरक्षा का सवाल है तो कड़े नियम होने चाहिए, ताकि देश के भावी आईएएस आईपीएस डॉक्टर किसी हादसे का शिकार न हो। अधिक जानकारी के लिए विडियो को देखे https://youtu.be/g_9Adf-KbPc?si=1qAs9qhNwfM7FKQg