इज़राइल द्वारा हमास नेता की हत्या, क्षेत्रीय तनाव बढ़ा
तेहरान में हाल ही में हुए एक इजरायली हवाई हमले में हमास के शीर्ष नेता इस्माइल हनियेह की हत्या कर दी गई, जिससे ईरान और इज़राइल के बीच तनाव बढ़ गया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इज़राइल ने “अपने लिए एक कड़ी सजा तैयार कर ली है”। हनियेह की हत्या के बाद ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने इज़राइल को “कड़ी और दर्दनाक प्रतिक्रिया” की चेतावनी दी है।
अरब देशों की प्रतिक्रिया
अरब देशों में से कुछ इज़राइल के खिलाफ हैं और फिलिस्तीन के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त कर चुके हैं। इनमें मुख्य रूप से ईरान, सीरिया, लेबनान (हिज़्बुल्लाह), इराक (शिया मिलिशिया), और यमन (हौथी विद्रोही) शामिल हैं। ये देश और समूह मिलकर “एक्सिस ऑफ रेसिस्टेंस” के रूप में जाने जाते हैं, जो इज़राइल के खिलाफ सैन्य और राजनीतिक समर्थन प्रदान करते हैं।
क्षेत्रीय संघर्ष की संभावना
इज़राइल की युद्ध कैबिनेट में ईरान पर प्रतिशोधी हमला करने को लेकर चर्चा हो रही है, लेकिन वे अभी तक इस पर एकमत नहीं हो पाए हैं कि हमला कब और कैसे किया जाए। इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी इस संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए कूटनीतिक प्रयास कर रहा है।
यह स्थिति पूर्व में एक बड़े क्षेत्रीय युद्ध की संभावना को जन्म दे रही है, जिसमें कई देशों की भागीदारी हो सकती है. इस संघर्ष के निदान के लिए कूटनीति के माध्यम से समुदाय को ज़रूरत है ताकि क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनी रह सके।
कितना ताकतवर है इजरायल?
इजरायल की ताकत का अंदाजा यदि हम सैनिक ताकत के आधार पर लगे तो 145 देश की रैंकिंग में इजरायल 17 वा सबसे बड़ा सैन्य शक्ति वाला देश है। यही अगर हम ईरान की बात करें तो वह 14वें स्थान पर है। इजरायल की कुल आबादी 90 लाख से ज्यादा है यहां 170000 सकरी सैनिक है और 465000 आरक्षित सैनिक हैं।

ईरान और इजराइल में कौन ताकतवर है?
सेना के मामले में ईरान सबसे ज्यादा मजबूत है। जबकि टेक्नोलॉजी की बात की जाए तो इसराइल सबसे ज्यादा मजबूत है। ईरान के पास मिसाइल ज्यादा है तो इजरायल के पास शानदार सुरक्षा कवच है। सैन्य ताकत की बात कर तो ईरान 14 में नंबर पर तो इजराइल 17 वे नंबर पर है यानी दोनों ही दुनिया की सबसे बड़ी और खतरनाक सेवा की लिस्ट में ऊपर ही आते हैं दोनों के पास मजबूत और बड़ी सी है अब इनमें देखना दिलचस्प होगा क्योंकि ईरान के पास ज्यादा बड़ी सी है ज्यादा मिसाइल है पर इजरायल के पास टेक्नोलॉजी सुरक्षा कवच उत्तम दर्जे का है। अगर भविष्य में यह जेम गामी बढ़ती है और युद्ध की स्थिति आती है तो कौन सा देश से किसके ऊपर हावी होगा।

इसराइल के इस हमले के बाद इस पर अरब देशों की क्या प्रक्रिया रहती है वह तो बाद में पता चलेगा पर यह अंदेशा जरूर लगाया जा रहा है कि अब इजराइल का सीधा मुकाबला अरब देशों के साथ हो रहा है इजराइल में हुई भारी तबाही के बाद अरब देशों के नेताओं ने अल्लाह की इबादतकी थी और नमाज भी पड़ी थी अब इन दोनों देशों के बीच अब क्या होगा वो तो बाद में पता चलेगा पर ये अल्काले लगाए जा रही है। की अब सीधा इजराइल का सामना अरब देशों से है।