शहडोल: ब्यौहारी क्षेत्र में झरप नदी पर बनी पुलिया शुक्रवार शाम ढह गई, कई दिनों से हो रही लगातार बारिश ने जिले में तबाही मचा रखी है। जिससे 50 गांवों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। आवागमन बाधित होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जानकारी के मुताबिक, ब्यौहारी से सूखा मार्ग पर बनी यह पुलिया काफी समय से क्षतिग्रस्त थी। बीती रात हुई तेज बारिश के कारण पुलिया पर पानी का दबाव बढ़ गया और वह ढह गई। पुलिया के ढहने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और आवागमन बंद कर दिया।
यह मार्ग ब्यौहारी और सूखा को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग है. पुलिया ढहने से ब्यौहारी आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है. घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और वैकल्पिक व्यवस्था बनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
जिला प्रशासन की बेरुखी:
जिले में इस साल 184.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो पिछले साल की तुलना में 204.0 मिलीमीटर कम है। फिर भी जिले की व्यवस्था उसे झेल नहीं पा रही, और ढह जा रही। सावन के शुरुआती दिनों से ही जिले में बारिश हो रही है, लेकिन पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए मुसीबत बन गई है।
सवाल उठता है कि प्रशासन बारिश के मौसम से पहले ऐसी स्थितियों का आकलन कर आवश्यक कदम क्यों नहीं उठाता? हर साल बारिश के दौरान होने वाली तबाही के बाद ही प्रशासन क्यों जागता है? लगता है कि प्रशासन बड़ी आपदा की प्रतीक्षा में सोता रहता है।
ब्यौहारी थाना प्रभारी अरुण पांडे ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बीती रात पुलिया के ऊपर से पानी बहने की सूचना पुलिस को दी थी. पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मार्ग को बंद कर दिया गया है. दोनों ओर बैरिकेड्स लगाए गए हैं और पुलिस बल की तैनाती की गई है. पुलिस 24 घंटे मौके पर तैनात है.
लोगों की परेशानी:
पुलिया ढहने से 50 गांवों के लोगों का संपर्क टूट गया है. लोग आवश्यक सामानों के लिए शहर नहीं जा पा रहे हैं| बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं| प्रशासन ने लोगों से धैर्य रखने की अपील की है और कहा है कि जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी.
लेकिन सवाल यह है कि जब सब कुछ ठप पड़ गया है, तो लोगों को कितनी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है? क्या प्रशासन को जनता की इन मुश्किलों का अंदाजा है?
यह घटना एक बार फिर से बारिश के मौसम में बुनियादी ढांचे की कमजोरी को उजागर करती है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों पर गंभीरता से ध्यान दे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।