जबलपुर: लगातार हो रही बारिश के कारण जबलपुर और आसपास के जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है।


दीवार ढहने से दो की मौत
जबलपुर में भारी बारिश के कारण दर्दनाक घटनाएँ सामने आई हैं। गढ़ा पुरवा में दीवार गिरने से कृष्णा बाई शर्मा नामक महिला की मौत हो गई, जबकि रांझी क्षेत्र के सर्रापीपर में मकान की दीवार गिरने से 50 वर्षीय संतोष रजक की मौत हो गई। मृतकों के परिजनों को सरकार द्वारा 4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है।


बरगी डैम के 21 में से 13 गेट खोले गए
जबलपुर के बरगी बांध का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण इसके कुल21 में से 13 गेट खोल दिए गए हैं। पहले इसके 7 गेट खोले गए थे, लेकिन अब स्थिति को देखते हुए 4 और गेट खोले गए हैं। इससे एक लाख 12 हजार 160 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। नर्मदा नदी उफान पर है और मुख्य घाट जैसे गौरी घाट, भेड़ाघाट और तिलवारा घाट पूरी तरह से डूब चुके हैं। एहतियात के तौर पर गौरी घाट में नाव संचालन रोक दिया गया है।
भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों के दौरान 13 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, रतलाम, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, दमोह, सागर और छतरपुर शामिल हैं। वहीं, अन्य जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश का अलर्ट है।
भारी बारिश से बिगड़े हालात
भारी बारिश के कारण मध्य प्रदेश के कई जिलों में हादसों की खबरें सामने आ रही हैं। रीवा में स्कूल की दीवार गिरने से 4 बच्चों की मौत हो गई, जबकि सागर जिले में मंदिर की दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई। छिंदवाड़ा में श्रद्धालुओं से भरी एक कार कट्टा नदी में बह गई।
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, प्रदेश में लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और मानसून ट्रफ लाइन गुजरने की वजह से भारी बारिश हो रही है। सरकार और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और लोगों को सावधानी बरतने की अपील की है, लोगो से नदी नालों से दूरी बनाए रखने को बोला जा रहा है। https://youtu.be/1Grwdqy0BL8?si=k3lCV0-yjgPu5Y2V