मैहर: मध्य प्रदेश के मैहर जिले में भारी बारिश के चलते एक ऐतिहासिक डैम टूट गया है। राजाओं के जमाने का यह डैम, जिसे स्थानीय लोग ‘राजा डैम’ के नाम से जानते हैं, ताश के पत्ते की तरह ढह गया। इस घटना से बंशीपुर गांव का मैहर जिले से संपर्क पूरी तरह से कट गया है।


एक साल पहले हुआ था राजा डैम का मेंटेनेंस
लगभग एक साल पहले, पुस्कर योजना के तहत इस डैम का सात लाख रुपये की लागत से मेंटेनेंस किया गया था। लेकिन तेज बारिश के कारण डैम का ढह जाना इस मेंटेनेंस की गुणवत्ता पर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि डैम की मरम्मत में लापरवाही बरती गई है, जिसके कारण यह घटना हुई है।
डैम टूटने के कई घंटे बीत जाने के बाद भी, प्रशासन के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। जिला पंचायत सीईओ संजना जैन ने बताया कि उन्हें इस घटना की जानकारी मिली है, लेकिन अंधेरे के कारण वे कल सुबह मौके पर जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा कि डैम काफी पुराना है और कितने गांवों का संपर्क टूटा है, इस बारे में उन्हें अभी तक पूरी जानकारी नहीं है।
सड़क भी हुई क्षतिग्रस्त
डैम के साथ-साथ, डैम के दोनों तरफ की 50 से 60 मीटर सड़क भी बह गई है। सीईओ ने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना से स्थानीय लोगों में काफी रोष है। उनका कहना है कि प्रशासन की लापरवाही के कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही है। बंशीपुर गांव के लोग खाद्य सामग्री, दवाइयों और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहे हैं।
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या डैम की मरम्मत में लापरवाही बरती गई थी? क्या प्रशासन ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की? क्या इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं?
प्रशासन को इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए। साथ ही, डैम की मरम्मत में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।यह घटना एक बार फिर हमें प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सचेत करती है। हमें प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। साथ ही, हमें प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना होगा ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।https://youtu.be/d-oAJzy8U3A?si=F1j5ztkJ24w0ZV9x