नई दिल्ली:- भगवान विष्णु की करोड़ों रुपये मूल्य की मूर्ति चोरी के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता प्राप्त की है। सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिन्होंने एक कार में मूर्ति को ले जाकर बेचने की योजना बनाई थी। यह मामला राजधानी दिल्ली के उपनगर में हुआ और पुलिस ने इस आपराधिक गिरोह के खिलाफ ठोस कार्रवाई की है।
चोरी की मूर्ति की जानकारी
मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि एक बहुत ही कीमती भगवान विष्णु की मूर्ति चोरी की गई है और अपराधी इसे बेचने के लिए ले जा रहे हैं। इस मूर्ति की अनुमानित कीमत करोड़ों रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इस सूचना पर कार्रवाई की और एक विशेष ऑपरेशन के तहत सात आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी और पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने जानकारी के आधार पर एक कार को ट्रैक किया, जिसमें आरोपी मूर्ति को लेकर भाग रहे थे। पुलिस ने कार को घेराबंदी कर रोका और उसके अंदर से मूर्ति बरामद की। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विजय कुमार, रामू यादव, सोनू शर्मा, इशाक खान, बबलू सिंह, राजू ठाकुर, और मोहनलाल के रूप में की गई है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की मूर्ति के अलावा अन्य आपराधिक सामग्री भी बरामद की है। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान यह स्वीकार किया कि वे मूर्ति को एक अंतरराज्यीय काले बाजार में बेचने की योजना बना रहे थे।
पुलिस की टिप्पणी और आगामी कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह एक महत्वपूर्ण सफलता है और हम इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच कर रहे हैं। आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए हम सभी आवश्यक कानूनी कदम उठाएंगे। इस गिरोह का पर्दाफाश कर हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि धार्मिक धरोहर और सांस्कृतिक सम्पत्ति की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता न हो।”
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाएं धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा के प्रति सतर्कता की आवश्यकता को दर्शाती हैं। पुलिस ने इस घटना के बाद यह सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है कि धार्मिक मूर्तियों और सांस्कृतिक वस्तुओं की सुरक्षा को लेकर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
सार्वजनिक और धार्मिक समुदाय की प्रतिक्रिया
चोरी की गई मूर्ति भगवान विष्णु की थी, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस घटना ने धार्मिक समुदाय में आक्रोश और चिंता पैदा कर दी है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है और यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
पुलिस की कार्रवाई के बाद, मूर्ति को संबंधित धार्मिक स्थल पर सुरक्षित रूप से वापस भेज दिया जाएगा। यह घटना एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक वस्तुओं की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।