दतिया:- दतिया में बीते दिन कांग्रेस की जन आक्रोश रैली के दौरान गोलीबारी की घटना से हड़कंप मच गया। इस हिंसक घटना के बाद, पुलिस ने एक महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज को अपने हाथ में लिया है, जिसमें एक संदिग्ध को राइफल के साथ देखा जा सकता है। पुलिस के अनुसार, इस घटना के पीछे विवाद डीजे को लेकर था, और अब तक तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

घटना का विवरण
बीते दिन दतिया में किसानों, युवाओं और महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस की जन आक्रोश रैली आयोजित की गई थी, जिसका नेतृत्व कांग्रेस नेता जीतू पटवारी कर रहे थे। रैली के बाद, जब लोग अपने-अपने घरों की ओर लौट रहे थे, तभी अचानक गोलीबारी की घटना घटी।
इस घटना के बाद, रामू गुर्जर ने अपने विरोधियों पर गोलीबारी का आरोप लगाया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया।
पुलिस का खुलासा
पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक महत्वपूर्ण सुराग प्रदान किया है। फुटेज में सचिन डिग्गी को राइफल के साथ देखा जा सकता है। पुलिस का कहना है कि फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि सचिन ने गोलीबारी के दौरान राइफल का उपयोग किया।
पुलिस ने यह भी बताया कि रैली के दौरान डीजे को लेकर रामू गुर्जर और अन्य लोगों के बीच विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ गया कि बाद में गोलीबारी की घटना घटी। पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें रामू गुर्जर, उसका भाई सचिन और सचिन का दोस्त पवन शामिल हैं। पवन के पास से राइफल भी बरामद की गई है। इसके अतिरिक्त, एक अन्य शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस की कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक, रामू गुर्जर और अरविंद गुर्जर के बीच डीजे को लेकर विवाद शुरू हुआ था। झगड़े के दौरान, रामू गुर्जर ने गाली-गलौज की और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद, सचिन, रामू, पवन और अन्य तीन लोग एक कार में सवार होकर आए और हिंदूजा मॉल के सामने गोलीबारी की।
पुलिस ने कहा कि इस घटना की जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उन्हें कठोर सजा दी जाएगी।
जनता और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस घटना ने दतिया में व्यापक चिंता पैदा कर दी है। स्थानीय जनता और राजनीतिक विश्लेषक इस घटना की निंदा कर रहे हैं और इस तरह की हिंसा को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि यह घटना जानबूझकर रैली को अस्थिर करने के लिए की गई थी।
पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और अन्य संदिग्धों की तलाश भी जारी है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या और भी सुराग सामने आते हैं और इस विवादित घटना का समाधान कैसे निकाला जाता है।