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मध्य प्रदेश:-छतरपुर विधायक के साथ ठगी की कोशिश, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर हुई फर्जी कॉल

छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक अरविंद पटेरिया के साथ हाल ही में एक ठगी की कोशिश की गई है। ठगों ने उन्हें केंद्र में मंत्री बनाने का झांसा देकर ठगने की कोशिश की, और इस दावे के साथ कॉल की कि वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात कर रहे हैं।

 अरविंद पटेरिया

ठगी का तरीका

पिछले 10 से 15 दिन पहले, विधायक अरविंद पटेरिया के मोबाइल पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया और कहा कि वे उनसे सीधे संपर्क कर रहे हैं। कॉल पर उस व्यक्ति ने कहा कि वे केंद्रीय मंत्री बनने का प्रस्ताव लेकर आए हैं और इसके लिए विधायक को 25 जुलाई को दिल्ली आकर मुलाकात करनी होगी।

इतना ही नहीं, कॉल करने वाले ने एक अन्य व्यक्ति से बात कराते हुए कहा कि विधायक को पार्टी के कार्यक्रम के लिए दो बार का भोजन व्यवस्था का खर्च उठाना पड़ेगा, जिसके लिए 80 हजार रुपए की राशि भिजवानी होगी।

विधायक की सजगता

इस झांसे को समझते हुए, विधायक अरविंद पटेरिया ने तुरंत इस फर्जी कॉल की रिपोर्ट अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दी और राजनगर थाने में 5 दिन पहले एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और आरोपी की तलाश की जा रही है।

दूसरी घटनाएं और पुलिस कार्रवाई

राजनगर विधायक ने बताया कि इसी प्रकार की एक और घटना रतलाम में दो दिन पहले सामने आई है, जिसमें ठगों की गतिविधियों की सूचना मिली है। यह संभवतः उसी गिरोह द्वारा की गई ठगी हो सकती है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं।

राजनीतिक और जनता की प्रतिक्रियाएं

इस घटना ने स्थानीय राजनीति और जनता के बीच चिंता का विषय बन गया है। भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस फर्जी कॉल की निंदा की है और जनता को ऐसे ठगों से सावधान रहने की अपील की है। इसके अलावा, भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को ऐसी ठगी की कोशिशों से सतर्क रहने की सलाह दी है।

पुलिस का बयान

राजनगर पुलिस ने बताया कि विधायक की ओर से की गई शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दें ताकि ठगों को पकड़ने और अन्य लोगों को ठगने से रोका जा सके।

इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि ठग अब किसी भी व्यक्ति को निशाना बना सकते हैं, चाहे वह आम नागरिक हो या किसी पार्टी का नेता। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या पुलिस ठगों को पकड़ने में सफल हो पाती है और इस तरह की ठगी की घटनाओं पर किस प्रकार का अंकुश लगाया जा सकता है

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