Kuno National Park, मध्य प्रदेश: कूनो नेशनल पार्क से मंगलवार को एक दुखद खबर आई है। पार्क के अधिकारियों ने सुबह करीब 10:30 बजे नामीबियाई नर चीता पवन (पहले ओबान) की मौत की पुष्टि की। पवन का शव झाड़ियों के बीच एक नाले के किनारे पड़ा हुआ मिला। बारिश के कारण नाला पानी से भरा हुआ था, और प्रारंभिक जांच के अनुसार, चीते की मौत डूबने के कारण हुई हो सकती है।

न्यूज़ हाइलाइट्स
चीते पवन की मौत ने वन विभाग में हड़कंप मचाया: कूनो नेशनल पार्क में खुले जंगल में छोड़े गए इकलौते चीते पवन की मौत ने वन विभाग में चिंता और हड़कंप पैदा कर दिया है।
- 12 चीतों की मौत की सूची लंबी होती जा रही है: पिछले साल से लेकर अब तक 5 शावकों सहित कुल 12 चीतों की मौत हो चुकी है। हाल ही में 5 अगस्त को मादा चीता गामिनी के एक शावक की भी मौत हो गई थी।
- पवन की सीमा पार यात्रा: चीता पवन आखिरी बार 4 मई को राजस्थान के करौली जिले के करणपुर गांव में देखा गया था। वह बार-बार कूनो की सीमा पार कर राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक पहुंच गया था।https://g.co/kgs/PctWgL2


विस्तृत जानकारी
कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने बताया कि पवन का शव एक नाले के किनारे झाड़ियों में पड़ा हुआ मिला। शव की जांच के बाद पता चला कि पवन के सिर और शरीर का अगला आधा हिस्सा पानी में डूबा हुआ था, और शरीर पर किसी भी प्रकार की बाहरी चोट नहीं थी। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, उसकी मौत पानी में डूबने से हुई लगती है, हालांकि विस्तृत जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मिल सकेगी।

फिर से सीमा पार
पवन को 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाया गया था और दिसंबर 2022 में खुले जंगल में छोड़ा गया था। इसके बाद से पवन ने बार-बार कूनो की सीमा पार की और उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान तक पहुंच गया था।
वन विभाग की टीम ने उसकी कई बार ट्रैकिंग की और उसे ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया। हालांकि, बार-बार की सीमा पार यात्राओं के कारण उसकी सुरक्षा और निगरानी में हमेशा चुनौतियाँ रही हैं।


आगे की योजना
कूनो नेशनल पार्क में वर्तमान में 12 वयस्क और 12 शावक चीते बचे हैं। चीते पवन की मौत ने प्रोजेक्ट चीता के प्रबंधन और संरक्षण पर नई चुनौतियाँ खड़ी की हैं। वन विभाग और कूनो प्रबंधन इस घटना के गहरे विश्लेषण में जुटे हुए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और चीते की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।


पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, और इसके आधार पर भविष्य की रणनीतियाँ बनाई जाएंगी।