इंदौर के तिलक नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक दुर्घटना हुई। सेंट आर्नोल्ड स्कूल के बच्चों को ले जा रहा रिक्शा पलट गया, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने रिक्शा ड्राइवर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।

न्यूज़ हाइलाइट्स
इंदौर में स्कूल रिक्शा पलटने से एक की मौत, लोगों ने ड्राइवर को पकड़ा स्कूल प्रबंधन पर भी लगा लापरवाही का आरोप, बच्चों को स्थानीय लोगों ने दी हिम्मत:तिलक नगर क्षेत्र में रिक्शा पलटने के कारण एक 11वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई, जबकि कई बच्चे घायल हुए हैं। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले किया।

सुबह-सुबह नशे में ऑटो चला रहा था ड्राइवर, पुलिस ने हिरासत में लिया: दुर्घटना के समय रिक्शा चालक शराब के नशे में था, जिसके कारण रिक्शा सड़क पर डिवाइडर से टकरा गया और पलट गया। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है और उसका मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है।
स्कूल प्रबंधन पर भी लगा लापरवाही का आरोप, बच्चों को स्थानीय लोगों ने दी हिम्मत: दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बच्चों को हिम्मत दी और उनके माता-पिता को मौके पर बुलाया। स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है, क्योंकि बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम नहीं उठाए गए थे।


विस्तृत जानकारी
इंदौर के तिलक नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह सेंट आर्नोल्ड स्कूल के बच्चों को ले जा रहा रिक्शा अचानक पलट गया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रिक्शा का चालक शराब के नशे में था। चालक की असावधानी के कारण रिक्शा का एक पहिया रोड डिवाइडर पर चढ़ गया, जिससे रिक्शा पलट गया।


स्थानीय लोगों ने दुर्घटना के तुरंत बाद रिक्शा को उठाकर बच्चों को बाहर निकाला और उनकी मदद की। घटना में एक 11वीं कक्षा के छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि अन्य बच्चे घायल हो गए। दुर्घटना की सीसीटीवी फुटेज भी प्राप्त की गई हैं, जो इस बात की पुष्टि करती हैं कि रिक्शा चालक की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ।https://g.co/kgs/JM6CHxh
आगे की कार्रवाई
तिलक नगर पुलिस ने रिक्शा चालक को हिरासत में ले लिया है और उसके शराब पीने की पुष्टि के लिए मेडिकल परीक्षण किया जा रहा है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की जांच भी की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।


घबराए हुए माता-पिता ने मौके पर पहुंचकर अपने बच्चों को अस्पताल पहुंचाया और इस दुर्घटना के बाद तनावपूर्ण स्थिति का सामना किया। स्थानीय लोगों ने भी बच्चों की सहायता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।