सीधी, 3 सितंबर 2024:– सीधी जिले में नगर पालिका द्वारा आवारा मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए नियुक्त किए गए कर्मचारियों की लापरवाही के कारण तीन मवेशियों की मौत हो गई। इस घटना के बाद गौ रक्षा दल ने नगर पालिका के बाहर प्रदर्शन किया और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सीधी:-घटना का विवरण
सीधी नगर पालिका ने हाल ही में आवारा मवेशियों को नगर से और सड़कों से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखने और उनकी देखभाल के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई थी। लेकिन इन कर्मचारियों की लापरवाही के कारण तीन मवेशियों को भूख और प्यास के कारण दम तोड़ना पड़ा।
गौ रक्षा दल की प्रतिक्रिया
इस घटना की जानकारी मिलते ही गौ रक्षा दल ने मंगलवार को कोतवाली थाने में आवेदन दिया और नगर पालिका के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नगर पालिका परिसर के बाहर नारेबाजी की और तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने नगर पालिका के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए उन्हें सस्पेंड करने की मांग की।

सीएमओ की कार्रवाई*
घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही सीएमओ मिनी अग्रवाल ने तत्काल कार्यवाही करते हुए तीनों कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। कर्मचारियों के नाम मंगलेश्वर सिंह, अरुण सिंह, और जेपी पटवा हैं।

पुलिस की कार्रवाई
थाना प्रभारी कोतवाली अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि गौ रक्षा दल के कार्यकर्ताओं द्वारा थाने में दी गई शिकायत के आधार पर तीन कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने मंगलेश्वर सिंह, जेपी पटवा, और अरुण सिंह के खिलाफ पशु क्रूरता और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है। विवेचना का कार्य पुलिस अधिकारियों को सौंपा गया है।
निष्कर्ष
सीधी जिले में यह घटना नगर पालिका के कर्मचारियों की लापरवाही का गंभीर उदाहरण है, जिसने मवेशियों की जान को खतरे में डाल दिया। गौ रक्षा दल की ओर से उठाए गए कदम और पुलिस की कार्रवाई इस बात की पुष्टि करते हैं कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाती है। उम्मीद है कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाहियों की पुनरावृत्ति नहीं होगी और मवेशियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।