नरेला, दिल्ली:-दिल्ली के नरेला इलाके में एक प्रॉपर्टी डीलर की गोलीबारी में मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना 4 सितंबर की रात लगभग 8 बजे गोंडा रोड पर हुई, जहां विवाद के चलते गोलीबारी की गई।
दिल्ली:-घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद वे तुरंत मौके पर पहुंचे। वहां, वीर प्रॉपर्टीज के मालिक मनीष की लहूलुहान लाश पाई गई। मनीष के साथियों प्रवीण और कुलबीर को गंभीर चोटें आईं। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने बताया कि मनीष और आरोपियों के बीच बकाया पैसे को लेकर एक तीखी बहस हो रही थी। आरोपियों ने कंस्ट्रक्शन साइट पर सामानों की आपूर्ति की थी, जिसके लिए मनीष को भुगतान करना था। इस पैसे के विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया, जब आरोपियों ने बहस के दौरान गोलीबारी शुरू कर दी।

आरोपियों की पहचान और फरार होने की जानकारी
पुलिस ने इस मामले में दो मुख्य आरोपियों की पहचान की है: श्री श्याम बिल्डिंग मटेरियल के मालिक आशीष और दीपक। दोनों आरोपी फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है और उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि और संभावित गिरोह से जुड़ाव की जांच भी की जा रही है।

कार्यालयों की स्थिति और विवाद की प्रकृति
पुलिस ने बताया कि मनीष और आरोपियों के कार्यालय आमने-सामने स्थित हैं, और उनके बीच एक सड़क गुजरती है। यह सड़क दोनों पक्षों के कार्यालयों को जोड़ती है। गोलीबारी की घटना के बाद, पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पीड़ित के कार्यालय पर सीधे गोलीबारी की। यह विवाद की तीव्रता को दर्शाता है कि दोनों पक्षों के बीच का झगड़ा इस हद तक बढ़ गया कि उसने हिंसक मोड़ ले लिया।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने इस मामले की गंभीरता को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि गोलीबारी के तुरंत बाद पुलिस ने सभी आवश्यक जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठा किए हैं और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की हैं। इसके अतिरिक्त, पुलिस यह जांच भी कर रही है कि क्या आरोपियों का किसी गिरोह से संबंध है या वे किसी अन्य आपराधिक गतिविधि में शामिल हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया और सुरक्षा चिंताएँ
नरेला इलाके के निवासियों ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं इलाके की सुरक्षा और शांति को चुनौती देती हैं। उन्होंने पुलिस से अपील की है कि इस मामले में त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
निष्कर्ष
दिल्ली के नरेला में हुई यह गोलीबारी की घटना स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती है। बकाया पैसे को लेकर हुई इस हिंसक घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि कैसे मामूली विवाद भी गंभीर अपराध का रूप ले सकते हैं। पुलिस की जांच और कार्रवाई की दिशा पर सभी की नजरें हैं, और इलाके के निवासियों को उम्मीद है कि न्याय की प्रक्रिया जल्द पूरी होगी और दोषियों को कठोर सजा मिलेगी।