रांची, Jharkhand – झारखंड में हाल ही में आयोजित सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान 12 अभ्यर्थियों की मौत के बाद राजनीति गरमा गई है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस घटना के लिए केंद्र सरकार और खासकर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है, उनका आरोप है कि कोरोना वैक्सीन के कारण इन युवाओं की मौत हुई है।
मौत के पीछे का कारण: कोरोना वैक्सीन?
हेमंत सोरेन ने 4 सितंबर को रांची में आयोजित एक सम्मान योजना राशि वितरण कार्यक्रम के दौरान यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सिपाही भर्ती की दौड़ के दौरान अचानक कई नौजवानों की मौत हो गई। यह मौतें केवल दौड़ से नहीं हो रही हैं; इस तरह की अचानक मौतें आम बात नहीं हैं।”
सोरेन ने कोरोना वैक्सीन को इन मौतों के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “कोरोना में भाजपा के लोगों ने जो टीका लगाया, वह गलत था। इसके कारण पूरी दुनिया में प्रभाव पड़ा है। यह टीका भारत में जबरदस्ती दिया गया और परिणामस्वरूप लोगों की मौत हो रही है। यह सिर्फ बूढ़ों के साथ नहीं, बल्कि जवानों के साथ भी हो रहा है।”
Jharkhand:-केंद्र सरकार पर आरोप
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि टीके को पूरी दुनिया में बंद कर दिया गया था, लेकिन भारत में इसे जारी रखा गया। उन्होंने दावा किया कि इस वैक्सीन को लेकर पैसा और चंदा वसूलने के लिए लोगों को जबरदस्ती टीका लगाया गया।
झारखंड मुक्ति मोर्चा का बयान
इस मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों की मौत का कारण स्टेरॉयड या कोरोना के प्रभाव हो सकता है।
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सियासी हंगामा
अभ्यर्थियों की मौत के बाद से झारखंड में सियासी हंगामा मचा हुआ है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। इस घटना ने राज्य की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है और पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
निष्कर्ष
हेमंत सोरेन के आरोप और सियासी बयानों ने इस घटना को और भी जटिल बना दिया है। कोरोना वैक्सीन को लेकर उठे इन सवालों का अब तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है, लेकिन यह विवाद और जांच की दिशा को प्रभावित कर सकता है।