सीधी – सोनवर्षा टोल प्लाजा पर ओवरलोड ट्रकों से अवैध वसूली और मनमानी शुल्क वसूलने की समस्याओं ने वाहन चालकों को परेशान कर दिया है। हाल ही में सामने आए घटनाक्रमों में, टोल प्लाजा के कर्मचारी और प्रबंधन द्वारा ओवरलोड ट्रकों को बिना निर्धारित प्रक्रियाओं के पार करने की अनुमति दी जा रही है, जिससे शासन को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है।
मामले की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ओवरलोड ट्रकों को दोपहिया वाहनों की लेन से बिना किसी कांटा के गुजरने दिया जाता है, और यह सब कुछ टोल प्लाजा के मैनेजर की देखरेख में हो रहा है। कैमरे में कैद वीडियो फुटेज से साफ होता है कि यह सब जानबूझकर किया जा रहा है।
सोनवर्षा टोल प्लाजा
सोनवर्षा टोल प्लाजा, जो रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 39 पर स्थित है, दिन-रात हजारों वाहनों का आवागमन देखता है, जिनमें से अधिकांश मालवाहक होते हैं। ये मालवाहक ओवरलोड होते हैं और उन्हें टोल प्लाजा में सुविधा शुल्क का भुगतान करने के बाद बिना किसी परेशानी के पार करवा दिया जाता है। सूत्रों के अनुसार, ये वाहन भारी भरकम सुविधा शुल्क देने के बावजूद टोल प्लाजा में आसानी से गुजर जाते हैं, जिसका पैसा सीधे मैनेजर की जेब में जाता है।

सहकार ग्लोबल कंपनी के द्वारा संचालित इस टोल प्लाजा में मनमानी वसूली की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। स्थानीय निवासियों को टोल शुल्क में छूट न मिलने की भी शिकायतें आई हैं, जबकि नियमों के अनुसार 10 किमी की परिधि में रहने वाले लोगों को छूट दी जानी चाहिए।
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इन समस्याओं के चलते वाहन चालकों और स्थानीय निवासियों ने विरोध जताना शुरू कर दिया है, और यह स्थिति शासन और संबंधित अधिकारियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।