शिमला, 11 सितंबर 2024: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर तनाव बढ़ गया है। स्थानीय लोगों ने सोमवार को मस्जिद के भीतर कथित अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और क्षेत्र में धारा 163 लागू कर दी।
प्रदर्शन और पुलिस की कार्रवाई:
संजौली इलाके में अवैध निर्माण के खिलाफ हिंदू संगठनों के प्रदर्शन के बाद स्थिति ने गंभीर रूप ले लिया। प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और उन्होंने पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए मस्जिद की ओर बढ़ने की कोशिश की। इस पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, इस घटना के बाद जिला पुलिस ने प्रदेश की सभी छह बटालियन को संजौली में तैनात कर दिया है और मस्जिद स्थल को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। शिमला के डिप्टी कमिश्नर अनुपम कश्यप ने कहा, “संजौली में धारा 163 लागू है। बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं।”
शिमला:- सरकारी प्रतिक्रियाएँ
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “हमारी प्राथमिकता शांति बनाए रखना है। पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और कानून अपना काम कर रहा है। मामला कोर्ट में है, और किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
वहीं, प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “सबको शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने का अधिकार है, लेकिन हमें ऐसा कोई भी हालात नहीं बनने देना चाहिए जिससे प्रदेश की शांति प्रभावित हो। पूरा मामला कोर्ट में है, और अगर मस्जिद का निर्माण अवैध पाया जाता है तो कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।”

विवाद की पृष्ठभूमि:
शिमला के संजौली इलाके में मस्जिद के भीतर कथित अवैध निर्माण को लेकर विवाद जारी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मस्जिद का निर्माण 1947 में हुआ था और 2010 में इसका पुनर्निर्माण कराया गया था। इस दौरान कई अवैध निर्माण किए गए, जिन्हें शिमला नगर निगम द्वारा कई बार नोटिस जारी किया गया था, लेकिन अवैध निर्माण जारी रहा।
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स्थानीय लोगों ने 5 सितंबर को भी इस मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया था, लेकिन उनकी शिकायतों का समाधान नहीं हुआ। इस बार का प्रदर्शन अधिक उग्र हो गया और पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा।
अंततः:
इस घटना ने शिमला में सामाजिक और राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है। जबकि पुलिस और प्रशासन शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, इस विवाद का समाधान न्यायालय द्वारा किया जाएगा। फिलहाल, शिमला में सुरक्षा बलों की तैनाती और धारा 163 के तहत कार्रवाई जारी है।