बिहार की राजनीति में हलचल बढ़ाने वाले प्रशांत किशोर ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है। 14 सितंबर को न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए, किशोर ने कहा कि यदि उनकी जन सुराज पार्टी (Jan Suraj Party) सत्ता में आती है, तो उनकी सरकार बनने के एक घंटे के भीतर राज्य में लागू शराबबंदी को समाप्त कर दिया जाएगा। यह बयान बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है, खासकर जब प्रशांत किशोर की पार्टी की स्थापना 2 अक्टूबर को प्रस्तावित है।
प्रशांत किशोर ने अपने बयान में यह भी कहा कि शराबबंदी के मौजूदा प्रावधान नीतीश कुमार की एक ढकोसला नीति है, जो प्रभावी साबित नहीं हुई है। उनका कहना है कि इस नीति के कारण अवैध घरेलू शराब का कारोबार बढ़ गया है और बिहार सरकार को संभावित 20,000 करोड़ रुपये के उत्पाद शुल्क (राजस्व) से वंचित किया गया है।

बिहार:- प्रशांत किशोर की बड़ी घोषणा
जब किशोर से बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की यात्रा पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि यादव जनता के बीच जा रहे हैं। किशोर ने यादव की यात्रा को सकारात्मक बताते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच चल रही ट्विटर वॉर और आरोप-प्रत्यारोप के बारे में प्रशांत किशोर ने कहा कि यह मुद्दा नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच का है। किशोर ने दोनों नेताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों ने बिहार को नुकसान पहुंचाया है और उन्होंने दोनों से आग्रह किया कि वे चले जाएं।
प्रशांत किशोर ने हाल ही में यह भी दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी से कम से कम 40 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाएगा। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भी तीखा हमला किया और उनकी नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया। किशोर के बयानों में यादव के प्रति विशेष तीखापन देखा गया है, जो बिहार की राजनीति में एक नई गर्मी का संकेत है।
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प्रशांत किशोर की ये घोषणाएं और बयान बिहार की राजनीति में एक नई दिशा और गर्मी पैदा कर रहे हैं, और आने वाले समय में इनका प्रभाव कैसे देखने को मिलेगा, यह तो भविष्य ही बताएगा।