Homeराजनितिकेजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा पर राजनैतिक प्रतिक्रियाएं: 'अग्निपरीक्षा' से लेकर 'नाटक'...

केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा पर राजनैतिक प्रतिक्रियाएं: ‘अग्निपरीक्षा’ से लेकर ‘नाटक’ तक

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में अपने इस्तीफे की घोषणा की, जिसमें उन्होंने कहा कि वह दो दिन बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। उनके इस ऐलान के बाद राजनीतिक जगत में प्रतिक्रियाओं का तांता लग गया है। विभिन्न पार्टियों और नेताओं ने उनके इस्तीफे को अलग-अलग नजरिए से देखा है।

AAP का ‘अग्निपरीक्षा’ वाला दृष्टिकोण

आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा ने केजरीवाल के इस्तीफे की घोषणा को ‘अग्निपरीक्षा’ करार दिया है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री जी अग्निपरीक्षा से गुजरने के लिए तैयार हैं। दिल्ली तय करेगी कि मुख्यमंत्री ईमानदार हैं या नहीं। अरविंद केजरीवाल ने 2020 में अपने काम के आधार पर वोट मांगे थे। आज उन पर आरोप लगाए गए हैं, और अब मुख्यमंत्री जी अपनी ईमानदारी की परीक्षा देने जा रहे हैं। दिल्ली की जनता चुनाव के माध्यम से उन्हें ईमानदार घोषित करेगी।”

कांग्रेस का ‘नाटक’ वाला आरोप

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने केजरीवाल के इस्तीफे को एक ‘नाटक’ बताया है। उन्होंने कहा, “सीएम बनने या न बनने का कोई मतलब नहीं है। उन्हें बहुत पहले मुख्यमंत्री का पद छोड़ देना चाहिए था। जब उन्हें जेल हो गई थी, तब उन्हें पहले ही इस्तीफा देना चाहिए था। अब उनका इस्तीफा केवल एक नाटक है। जब सुप्रीम कोर्ट ने उन पर शर्तें लगाई हैं, तो इसका मतलब है कि उन्हें क्रिमिनल की तरह ट्रीट किया जा रहा है।”

BJP का ‘जश्न’ का दृष्टिकोण

बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने केजरीवाल के इस्तीफे के एलान को ‘जश्न का दिन’ बताया है। उन्होंने कहा, “आखिरकार एक भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री को कुर्सी छोड़नी पड़ रही है। दिल्ली की जनता की बड़ी जीत हुई है। आज जश्न का दिन है। हमें कहा था कि भ्रष्टाचारी मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ेगा, और आज यह दिन आ गया है।”

RJD और JDU की प्रतिक्रियाएं

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने केजरीवाल के इस्तीफे को साहसिक कदम बताया है। RJD प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने साहसिक फैसला किया है और बीजेपी को चुनाव में जाने की बात कही है। उन्होंने सत्ता के लालच को नकारते हुए मिसाल पेश की है।”

वहीं, जनता दल यूनाइटेड (JDU) का कहना है कि केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण इस्तीफा देने को मजबूर हुए हैं। JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा, “अरविंद केजरीवाल ने मजबूरी में इस्तीफे का फैसला लिया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के कारण उन्हें कोई विकल्प नहीं था। अगर उन्होंने जेल में रहने से आत्मबल बढ़ने की बात की थी, तो फिर उन्होंने जमानत के लिए याचिका क्यों दायर की थी?”

निष्कर्ष

अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं यह दर्शाती हैं कि राजनीति में हर फैसला विभिन्न नजरिए से देखा जाता है। जहां AAP इसे एक साहसिक कदम मानती है, वहीं कांग्रेस इसे एक नाटक और बीजेपी इसे भ्रष्टाचार की हार के रूप में देखती है। RJD और JDU ने भी अपने-अपने दृष्टिकोण से केजरीवाल के इस्तीफे को देखा है। अब यह देखना होगा कि दिल्ली की राजनीति में इस इस्तीफे का क्या असर होता है।

ये भी पढ़ें:- रोहित शर्मा की तारीफ में सरफराज खान ने दी ‘लगान’ की मिसाल, कहा- ‘वह टीम के आमिर खान हैं’

RELATED ARTICLES

Most Popular