भदोही:- उत्तर प्रदेश के भदोही से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी सीमा बेग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला एक नाबालिग घरेलू सहायिका के शव मिलने के बाद उठ खड़ा हुआ है। पुलिस ने विधायक के आवास से एक नाबालिग लड़की का शव बरामद किया था, जिसकी आत्महत्या की संभावना जताई गई थी।
सपा विधायक जाहिद बेग
9 सितंबर को विधायक जाहिद बेग के आवास के स्टोररूम से 17 वर्षीय लड़की का शव मिला। इसके अगले दिन भदोही पुलिस और श्रम विभाग की टीम ने विधायक के घर पर छापा मारा, जहां से 14 वर्षीय एक और नाबालिग लड़की को रेस्क्यू किया गया। यह लड़की भी घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर रही थी और बाल श्रम के शिकार होने की आशंका जताई जा रही है।

भदोही की पुलिस अधीक्षक मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि इस मामले में 13 सितंबर को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष पीसी उपाध्याय की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस की मानव तस्करी निरोधक टीम ने विधायक के आवास से संदिग्ध हालत में नाबालिग लड़की का शव बरामद किया। मामले की जांच जारी है और आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 108 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही बाल तस्करी और एक से अधिक बच्चों की तस्करी की धाराओं के तहत भी मामले दर्ज किए गए हैं।
एफआईआर के बाद, विधायक जाहिद बेग और उनकी पत्नी फरार हो गए हैं। पुलिस ने उनके बेटे जईम बेग को 15 सितंबर को हिरासत में ले लिया और फरार माता-पिता के बारे में पूछताछ की जा रही है।

रेस्क्यू की गई लड़की की मेडिकल जांच कराई गई है और उसे प्रयागराज के एक बाल गृह में भेज दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच को प्राथमिकता दी है।
यह घटना समाज में बाल श्रम और घरेलू सहायिकाओं के शोषण के मुद्दे को उजागर करती है, और यह सवाल उठाती है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
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