उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार के पास एक दुखद घटना हुई, जिसमें तेज बारिश के कारण एक दीवार ढह गई। इस हादसे में दो लोगों की जान चली गई और चार अन्य घायल हो गए। घटना ने स्थानीय समुदाय को हिलाकर रख दिया है, और प्रशासन मौके पर राहत कार्य में जुटा हुआ है।
हादसा 27 सितंबर की शाम को हुआ, जब तेज बारिश के कारण दीवार का एक बड़ा हिस्सा गिर गया। सूचना के अनुसार, मरने वालों में 22 वर्षीय फरहीन, जो जयसिंहपुरा की निवासी थीं, और शिवशक्ति नगर का निवासी अजय शामिल हैं। घायलों में एक महिला और एक तीन साल का बच्चा भी है, जिन्हें गंभीर चोटों के चलते इंदौर के अस्पताल में रेफर किया गया है।
उज्जैन:- दीवार गिरने से दो की मौत, चार घायल
उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने मीडिया को बताया कि महाराजवाड़ा स्कूल के पास स्थित बाउंड्री वॉल का कुछ हिस्सा पानी के तेज बहाव के कारण गिर गया। उन्होंने बताया कि घटना के बाद चार लोग मलबे में दब गए थे, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। कलेक्टर ने यह भी स्पष्ट किया कि गंभीर रूप से घायल दो व्यक्तियों को इंदौर रेफर किया गया है।
घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहा है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं, ताकि प्रभावितों को आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। क्षेत्र के लोगों में भय और चिंता का माहौल है, और कई लोग मदद के लिए आगे आए हैं। स्थानीय लोग इस हादसे को लेकर बेहद चिंतित हैं और प्रशासन से अधिक सतर्कता की मांग कर रहे हैं।

डीएम ने बताया कि यह दीवार एक अन्य संरचना के पास थी, जिस पर सुप्रीम कोर्ट का स्टे लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण पानी के निकलने का रास्ता नहीं मिल पाया, जिससे दीवार गिर गई। उन्होंने कहा कि एसडीएम को इस पूरे मामले की जांच करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस घटना ने यह भी दर्शाया है कि मध्य प्रदेश के कई जिलों में हाल के दिनों में लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने इंदौर-उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर संभाग में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस वर्ष अब तक राज्य में औसतन 42.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। लगातार बारिश और उसके परिणामस्वरूप होने वाले हादसों ने स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती पेश की है, और लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।


स्थानीय निवासी इस घटना के बाद यह महसूस कर रहे हैं कि उन्हें अपने क्षेत्र की बुनियादी संरचनाओं की सुरक्षा के लिए और अधिक जागरूक रहना होगा। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करे और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
यह हादसा एक बार फिर से यह सवाल खड़ा करता है कि क्या हम प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार हैं? क्या हम अपनी संरचनाओं की मजबूती को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं? ऐसी घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि सुरक्षा और संरचना के मामले में सतर्कता बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है।
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इस दुखद घटना के प्रति शोक व्यक्त करते हुए, सभी प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदनाएँ प्रकट की गई हैं। स्थानीय समुदाय के लोगों ने एकजुट होकर प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।