सीधी: सीधी जिले के कुसमी थाना क्षेत्र में, जहां अधिकांश आबादी आदिवासी समुदाय की है, शांति व्यवस्था बनाए रखना एक चुनौती भरा कार्य है। इस चुनौती का सामना करते हुए, थाना प्रभारी भूपेश बैस ने एक अभिनव पहल की है, जिसमें आरोपियों को थाने बुलाकर उन्हें समझाया जा रहा है।
इस पहल के तहत, कुसमी पुलिस ने हाल ही में दुष्कर्म और छेड़छाड़ के आरोपियों को थाने बुलाया। थाना प्रभारी ने उन्हें समझाने के साथ-साथ क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश दिए। यदि भविष्य में शांति व्यवस्था में कोई बाधा उत्पन्न होती है, तो आरोपियों को कड़ी कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी भी दी गई।
सीधी :- पुलिस की सक्रियता और एसपी की पहल
सीधी एसपी डॉ. रविंद्र वर्मा की अगुवाई में, पुलिस विभाग ने इस प्रकार के अभियानों को सक्रिय रूप से लागू किया है। थाना प्रभारी भूपेश बैस ने कहा, “हम सभी आरोपियों को थाने में बुलाकर उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं। इससे न केवल पुलिस का डर बढ़ता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी जाता है।”
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाना है। भूपेश बैस ने बताया कि सभी आरोपियों को बाउंड ओवर भी भरवाया गया है, जिससे वे समझें कि किसी भी तरह की अनियमितता या अपराध के लिए उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा।

स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय ने इस पहल का स्वागत किया है। लोगों का मानना है कि जब पुलिस सक्रियता से काम करती है और समाज में सकारात्मक संवाद स्थापित करती है, तो अपराधों में कमी आ सकती है। कई स्थानीय निवासियों ने पुलिस के इस कदम को सराहा है और उम्मीद जताई है कि इससे क्षेत्र में शांति बनी रहेगी।
निष्कर्ष
कुसमी थाना प्रभारी भूपेश बैस की यह पहल न केवल शांति व्यवस्था को बनाए रखने में सहायक है, बल्कि यह एक मजबूत संदेश भी देती है कि पुलिस समुदाय के साथ मिलकर काम कर रही है। इस तरह के प्रयास आगे बढ़कर अन्य क्षेत्रों में भी अपनाए जाने चाहिए, ताकि अपराधों को रोकने और शांति को कायम रखने में मदद मिले।
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