उमरिया: बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में रोजगार के मुद्दे को लेकर पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक मीना सिंह ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन उस समय शुरू हुआ जब पार्क में जिप्सी सेवाओं के टेंडर एक नई कंपनी को दिए गए, जिससे स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार मिलने में दिक्कत हो रही है।
रोजगार का संकट
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व न केवल पर्यटकों के लिए बाघों का दीदार करने का एक प्रमुख स्थल है, बल्कि यह स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का भी एक महत्वपूर्ण स्रोत है। नए टेंडर के चलते स्थानीय लोगों को अब जिप्सी चलाने का काम नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी आजीविका प्रभावित हो रही है। इसी मुद्दे को लेकर मंगलवार को स्थानीय लोग पार्क कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।

मीना सिंह का समर्थन
प्रदर्शन में शामिल होकर पूर्व मंत्री मीना सिंह ने कहा कि वह सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि प्रबंधन की नीतियों के खिलाफ हैं। उन्होंने प्रदर्शन में भाग लेते हुए जमीन पर बैठकर स्थानीय लोगों के साथ अपना समर्थन दिया। यह दर्शाता है कि भाजपा की विधायक होने के बावजूद उन्हें अपने ही पार्टी की नीतियों से असहमति है।
सरकार की नीति पर सवाल
मीना सिंह ने कहा, “हम सिर्फ अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं। यह मामला रोजगार का है, और लोगों को उनका हक मिलना चाहिए।” उनके इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह स्थानीय निवासियों की स्थिति को गंभीरता से लेती हैं और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रूप से आगे आई हैं।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व
यह विरोध प्रदर्शन एक महत्वपूर्ण मुद्दे की ओर ध्यान आकर्षित करता है, जिसमें स्थानीय लोगों की आजीविका और सरकारी नीतियों के बीच टकराव नजर आता है। ऐसे में, मीना सिंह का समर्थन इस बात को दर्शाता है कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद स्थानीय मुद्दों पर एकजुटता जरूरी है। अब देखना यह होगा कि इस प्रदर्शन का प्रबंधन और सरकार पर क्या असर पड़ता है।
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