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सीधी:- नदी में डूबने से 13 वर्षीय बच्चे की हुई मौत, क्षेत्र में शोक की लहर

मध्य प्रदेश के सीधी जिले के थाना बहरी क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खुटेली में 17 अक्टूबर को एक दुखद घटना घटित हुई, जब 13 वर्षीय बच्चे, सौरभ पांडे, की नदी में डूबने से मौत हो गई। इस घटना ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे गांव को गहरे शोक में डाल दिया है।

सीधी-घटना का विवरण

जानकारी के अनुसार, सौरभ और उसके चार दोस्त उस दिन दोपहर लगभग 12 बजे गोपद नदी के किनारे नहाने गए थे। नदी में पानी का बहाव तेज था, जिससे अनजाने में एक भयंकर दुर्घटना घट गई। नहाते समय अचानक सौरभ पानी में डूब गया। उसके साथ नहा रहे बच्चों ने देखा कि वह कुछ देर तक पानी में नहीं आया, जिससे वे घबरा गए। बच्चों ने तुरंत अपने परिजनों को इस बारे में सूचित किया।

जब तक ग्रामीण वहां पहुंचे, सौरभ का कोई सुराग नहीं मिला। स्थानीय निवासियों ने एकजुट होकर उसकी तलाश शुरू की। बहरी पुलिस को सूचना दी गई, और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद, ग्रामीणों ने करीब डेढ़ घंटे की मेहनत के बाद सौरभ के शव को नदी से बाहर निकाला। यह घटना इतनी दुखद थी कि पूरे गांव में शोक का माहौल था।

मृतक के परिवार की स्थिति

सौरभ पांडे का परिवार इस समय बहुत कठिन दौर से गुजर रहा है। मृतक के चाचा ने बताया कि उस दिन परिवार के अन्य सदस्य किसी रिश्तेदारी में गए हुए थे, जहां एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई थी। सौरभ के परिजन जब इस दुखद घटना की जानकारी मिली, तो वे तुरंत वापस लौटे। सौरभ की मां का रो-रोकर बुरा हाल है, और परिवार के अन्य सदस्य भी इस सदमे को सहन नहीं कर पा रहे हैं।

स्थानीय प्रशासन की भूमिका

इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आवश्यक कार्रवाई की। 18 अक्टूबर को सौरभ का पोस्टमार्टम किया गया, और उसके बाद उसके शव को परिजनों को सौंप दिया गया। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है ताकि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाए जा सकें।

सामुदायिक प्रतिक्रिया

इस घटना ने गांव के लोगों को जागरूक किया है कि नदी के किनारे नहाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। स्थानीय निवासियों का मानना है कि बच्चों को नदी में अकेले नहीं जाना चाहिए, और इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को सख्त करने की आवश्यकता है।

गांव के सरपंच ने भी इस मामले पर चिंता जताई है और कहा है कि सरकार को इस तरह की घटनाओं के प्रति गंभीरता से सोचना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम सभी को अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति सचेत रहना चाहिए। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समुदाय को एकजुट होकर काम करना होगा।”

सरकारी सहायता का इंतजार

अब सवाल यह उठता है कि क्या सरकार मृतक के परिजनों को कोई राहत राशि प्रदान करेगी। स्थानीय लोग इस मामले में सरकार से सहायता की अपेक्षा कर रहे हैं, ताकि परिवार को इस दुखद घड़ी में कुछ सहायता मिल सके।

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सौरभ की मौत ने न केवल उसके परिवार को बल्कि पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। यह घटना एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अप्रत्याशित हो सकता है और हमें अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति कितनी सतर्क रहना चाहिए। स्थानीय लोग आशा करते हैं कि इस दुखद घटना से सबक लेते हुए प्रशासन ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा।

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