आईपीएल 2025 की नीलामी में 13 साल और 8 महीने के वैभव सूर्यवंशी ने नया इतिहास रच दिया। बिहार के समस्तीपुर में जन्मे इस युवा खिलाड़ी को राजस्थान रॉयल्स ने 1.10 करोड़ रुपये में खरीदा। इस उपलब्धि ने उन्हें आईपीएल नीलामी में चुने जाने वाला सबसे युवा क्रिकेटर बना दिया। हालांकि, उनकी उम्र को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
पिता ने किया विवाद पर जवाब
वैभव सूर्यवंशी के पिता संजीव सूर्यवंशी ने इन आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि उनके बेटे का बोन एज टेस्ट हो चुका है और अगर जरूरत पड़ी तो वह फिर से आयु परीक्षण के लिए तैयार हैं। पीटीआई से बातचीत में उन्होंने कहा, “वैभव अब सिर्फ हमारा बेटा नहीं, पूरे बिहार का बेटा है।”

संजीव ने बताया कि उनका बेटा अंडर-19 एशिया कप के लिए दुबई में है। उन्होंने वैभव की कड़ी मेहनत और संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा, “8 साल की उम्र में वैभव ने अंडर-16 जिला ट्रायल में शानदार प्रदर्शन किया। मैं उसे रोज़ समस्तीपुर ले जाकर कोचिंग कराता था।”
वैभव का क्रिकेट सफर
वैभव ने हाल ही में अंडर-19 टेस्ट में महज 58 गेंदों पर शतक लगाकर भारतीय क्रिकेट में रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा, जनवरी में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनने का गौरव भी हासिल किया।

उम्र विवाद पर क्या बोले पिता?
कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि वैभव की वास्तविक उम्र 15 साल है। इस पर पिता ने कहा, “जब वह साढ़े आठ साल का था, तो उसने बीसीसीआई के बोन टेस्ट पास किया था। वह पहले ही भारत अंडर-19 के लिए खेल चुका है। हमें किसी से डरने की जरूरत नहीं है।”
संघर्ष की कहानी
वैभव के पिता ने बताया कि परिवार ने उनके क्रिकेट करियर के लिए काफी त्याग किए। उन्होंने कहा, “क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, एक बड़ा निवेश है। हमने अपनी जमीन तक बेच दी, लेकिन अब हमारा संघर्ष रंग ला रहा है।”
आईपीएल नीलामी में दिलचस्पी
नीलामी के दौरान वैभव के लिए दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच बोली लगी। 30 लाख रुपये के बेस प्राइस के साथ उतरे वैभव की कीमत बढ़कर 1.10 करोड़ रुपये पहुंच गई, जिसे राजस्थान रॉयल्स ने अपने नाम किया।
बिहार क्रिकेट संघ का योगदान
वैभव के पिता ने बिहार क्रिकेट संघ के अध्यक्ष राकेश तिवारी को उनकी सफलता में अहम योगदान देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “राकेश जी का आशीर्वाद हमेशा हमारे साथ रहा है।”
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अगले कदम
वैभव सूर्यवंशी की कहानी न केवल उनकी प्रतिभा बल्कि संघर्ष और मेहनत का प्रतीक है। हालांकि उम्र विवाद ने उनकी उपलब्धियों पर सवाल उठाए हैं, लेकिन उनके पिता का आत्मविश्वास और वैभव का प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि उनका क्रिकेट भविष्य उज्ज्वल है।