6 दिसंबर को राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान एक हैरान करने वाला घटनाक्रम सामने आया, जब सभापति जगदीप धनखड़ ने एक सनसनीखेज बयान दिया। उन्होंने बताया कि राज्यसभा की सीट नंबर 222 पर नोटों की गड्डी बरामद हुई है। यह सीट कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की है, जिससे सदन में हड़कंप मच गया।
राज्यसभा में क्या हुआ
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने नियमित जांच के दौरान नोटों की गड्डी सीट नंबर 222 से बरामद की। इस सीट पर वर्तमान में तेलंगाना राज्य से निर्वाचित अभिषेक मनु सिंघवी बैठते हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभापति ने कहा, “यह मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है, और मैंने सुनिश्चित किया है कि इसकी जांच हो।


सभापति के बयान के बाद, सदन में तगड़ा हंगामा मच गया। कांग्रेस और विपक्षी दलों के सांसदों ने इस घटना की गंभीरता को लेकर सवाल उठाए, जबकि भाजपा के नेता इस मामले पर कार्रवाई की मांग करने लगे।
हालांकि, इस घटनाक्रम पर कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने अपनी सफाई दी। उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ 500 रुपये का नोट लेकर जाता हूं, और कुछ नहीं।” उन्होंने इस आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह सब एक साजिश के तहत उनके खिलाफ किया गया है। सिंघवी ने मीडिया से कहा, “मैं किसी भी तरह से इस घटना से जुड़े नहीं हूं, और यह सिर्फ राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित हो सकता है।

राज्यसभा के सभापति ने इस मामले की जांच की बात की है, लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं है कि नोटों की गड्डी किसके द्वारा रखी गई थी। क्या यह कोई व्यक्तिगत गलती थी या फिर इसके पीछे कोई बड़ा खेल था, इस पर सवाल उठने लगे हैं। इस घटना ने राज्यसभा की कार्यवाही को प्रभावित किया और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और भी राजनीतिक चर्चा हो सकती है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद, विपक्षी दलों ने सरकार और राज्यसभा के सभापति से जांच की मांग की है। वहीं, भाजपा ने इसे लेकर कांग्रेस पर आरोप लगाए हैं और इसे एक बड़ी साजिश करार दिया है।
राज्यसभा की कार्यवाही में यह घटना एक बड़ा मोड़ ला सकती है, और इसके राजनीतिक परिणाम भविष्य में देखने को मिल सकते हैं। फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है और आने वाले दिनों में और भी जानकारी सामने आ सकती है।