मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के खूनझिर खुर्द गांव में मंगलवार शाम को एक बड़ा हादसा हुआ, जब एक पुराना कुआं खुदाई के दौरान धंस गया। इस दुर्घटना में तीन मजदूर, जिनमें एक महिला भी शामिल थी, मलबे में दब गए। 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इस हादसे में तीनों मजदूरों की मौत हो चुकी है, और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
घटना के बाद से पुलिस, होमगार्ड, और NDRF की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। मजदूरों को मलबे से बाहर निकालने के लिए पोकलेन और जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। बुधवार सुबह तक नीचे से मजदूरों की आवाज आ रही थी, लेकिन सुबह 5 बजे के बाद आवाज बंद हो गई। मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

घटना का विवरण
खूनझिर खुर्द में यह हादसा तब हुआ, जब एक पुराने कुएं को गहरा करने का कार्य चल रहा था। अचानक मिट्टी धंसने से तीन मजदूर कुएं के मलबे में दब गए। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया है।
समाज और प्रशासन के लिए सबक
इस हादसे ने निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों के पालन की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है। प्रशासन से उम्मीद है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है, और सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि कब तक मजदूरों के शव मलबे से बाहर निकाले जा सकेंगे।