सीधी।
जिले में स्व-सहायता समूह ऋण वितरण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अंशुमन राज के मार्गदर्शन में किया गया। जिला परियोजना प्रबंधक पुष्पेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन में और मध्यांचल ग्रामीण बैंक (एमजीबी) के सहयोग से यह कार्यक्रम जिले के सभी विकासखंडों में शाखावार आयोजित किया गया।
रामपुरनैकिन विकासखंड में विशेष कैंप
प्रतीक स्वरूप, रामपुरनैकिन विकासखंड में स्व-सहायता समूहों के लिए सीसीएल (कैश क्रेडिट लिमिट) कैंप का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के 100 स्व-सहायता समूहों को कुल 2 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान, एमजीबी के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन टंडावी ने स्व-सहायता समूहों के सदस्यों से चर्चा कर बैंक लिंकेज की प्रक्रिया और उसके लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारी और प्रबंधक
इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल हैं:
- अजय सावनेर (अग्रिम मैनेजर, एमजीबी)
- अजय सिंह (जिला प्रबंधक, सूक्ष्म वित्त)
- देवेश मिश्रा (जिला प्रबंधक, कौशल)
- विनोद मिश्रा (विकासखंड प्रबंधक, रामपुरनैकिन)
- सहायक विकासखंड प्रबंधक: राजमती विश्वकर्मा, मीना गुर्जर, नीरज सोनी, दीनदयाल साकेत
- संजीव सिंह (कंप्यूटर ऑपरेटर, रामपुरनैकिन)
स्व-सहायता समूहों की सफलता की कहानियाँ
जिला परियोजना प्रबंधक पुष्पेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि स्व-सहायता समूहों के सदस्यों ने बैंक लिंकेज के माध्यम से ऋण प्राप्त कर अपनी आजीविका गतिविधियों को बढ़ावा दिया है। यह ऋण समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रहा है।
कार्यक्रम के दौरान, समूह सदस्यों ने बैंक लिंकेज से प्राप्त ऋण का उपयोग कर किए गए कार्यों और उससे मिले फायदों के अनुभव साझा किए।
आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में कदम
स्व-सहायता समूहों द्वारा प्राप्त ऋण का उपयोग कृषि, पशुपालन, छोटे व्यवसाय, और हस्तशिल्प जैसी आजीविका गतिविधियों में किया जा रहा है। इससे न केवल उनके परिवारों की आय में वृद्धि हुई है, बल्कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी मिल रहा है।
सरकार का सराहनीय प्रया
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा संचालित म.प्र. डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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सीधी जिला प्रशासन और मध्यांचल ग्रामीण बैंक के इस प्रयास से स्व-सहायता समूहों के सदस्यों को नई ऊर्जा और आत्मविश्वास मिला है, जिससे वे अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।