पंजाब में सियासी संकट गहराने लगा है, खासकर दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की हार के बाद। पंजाब में AAP की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों की दिल्ली में बैठक बुलाई, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी में असंतोष बढ़ रहा है।
क्या पंजाब में AAP सरकार पर संकट मंडरा रहा है?
- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पूरी कैबिनेट के साथ दिल्ली पहुंचे हैं।
- AAP के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में होने की चर्चा है।
- कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दावा किया कि दो महीनों में पंजाब में मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं।
- दिल्ली बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि केजरीवाल खुद मान को हटाने की तैयारी में हैं।
AAP का पंजाब में मजबूत बहुमत, फिर भी हलचल क्यों?
पंजाब विधानसभा में कुल 117 सीटों में से AAP के पास 93 सीटें हैं, जो स्पष्ट बहुमत है।
लेकिन कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा का दावा है कि 30 विधायक नाराज हैं और सरकार गिर सकती है।

पंजाब विधानसभा की स्थिति:
पार्टी | सीटें |
---|---|
AAP | 93 |
कांग्रेस | 16 |
भाजपा | 3 |
अकाली दल | 2 |
बसपा एवं अन्य | 2 |
रिक्त | 1 |
क्या भगवंत मान की कुर्सी खतरे में है?
- कांग्रेस और बीजेपी दोनों मान सरकार को अस्थिर करने का दावा कर रहे हैं।
- आंतरिक कलह और वादे पूरे न कर पाने का दबाव AAP के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
- अगर 30 विधायक कांग्रेस के साथ जाते हैं, तो सरकार पर बड़ा संकट आ सकता है।
अब आगे क्या?
- दिल्ली में हो रही AAP विधायकों की बैठक से संकेत मिलेगा कि पार्टी में असंतोष कितना गहरा है।
- अगर विधायकों में बगावत बढ़ती है, तो AAP की सरकार गिर सकती है या फिर नेतृत्व परिवर्तन संभव है।
- आने वाले कुछ हफ्ते पंजाब की राजनीति में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
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