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मऊगंज में खाद्य सुरक्षा को लेकर प्रशासन सख्त, जिला खाद्य अधिकारी के नेतृत्व में चला औचक निरीक्षण अभियान

मऊगंज। जिले में खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता को लेकर प्रशासन अब पूरी तरह सतर्क और सक्रिय हो चुका है। इसी क्रम में जिला खाद्य अधिकारी अमित तिवारी के नेतृत्व में मंगलवार को मऊगंज शहर में एक विशेष औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया, जिससे खाद्य व्यवसायियों में हड़कंप मच गया।

इस अभियान के दौरान शहर के प्रमुख होटलों, रेस्टोरेंटों, मिठाई दुकानों और चौपटिया क्षेत्र में लगे फूड स्टॉल्स की गहन जांच की गई। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता, स्वच्छता व्यवस्था, भंडारण की स्थिति और फूड लाइसेंस की वैधता का बारीकी से परीक्षण किया गया।

प्रसिद्ध दुकानों से लिए गए नमूने
निरीक्षण के दौरान राजस्थान मिष्ठान भंडार, शुभम स्वीट्स जैसी प्रतिष्ठित दुकानों से खाद्य सामग्री के नमूने लिए गए और उन्हें जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है। खाद्य अधिकारी ने स्पष्ट किया कि रिपोर्ट में अगर किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है, तो दोषी विक्रेताओं पर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

चौपटिया क्षेत्र में सड़क किनारे फुलकी, चाट, समोसे जैसे खाद्य पदार्थ बेचने वाले फेरीवालों को भी जागरूक किया गया और उन्हें स्वच्छता के सख्त निर्देश दिए गए। सभी फेरीवालों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया कि वे खाद्य सामग्री को ढककर रखें, भोजन तैयार करने से पहले हाथ धोएं, स्वच्छ वस्त्र पहनें और एक बार उपयोग किए गए तेल का दोबारा उपयोग न करें।

बिना लाइसेंस कारोबार पर सख्ती
खाद्य अधिकारी अमित तिवारी ने कहा कि जिले में सभी खाद्य व्यवसायियों के लिए फूड लाइसेंस लेना अनिवार्य है। बिना लाइसेंस के व्यवसाय करना खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत दंडनीय अपराध है। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में यदि कोई विक्रेता तय मानकों का उल्लंघन करते पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

नागरिकों की भूमिका भी महत्वपूर्ण
जिला खाद्य अधिकारी ने नागरिकों से भी अपील की कि वे स्वच्छ और सुरक्षित खाद्य उत्पादों की मांग करें और कहीं भी अस्वच्छ या संदिग्ध खाद्य सामग्री की बिक्री होते देखें, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने कहा, “खाद्य सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हर नागरिक को इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी। तभी हम मिलकर एक स्वस्थ और सुरक्षित खाद्य वातावरण तैयार कर सकेंगे।”

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इस विशेष अभियान को आमजन के स्वास्थ्य और उपभोक्ता अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है। आने वाले दिनों में इस प्रकार के निरीक्षण नियमित रूप से किए जाएंगे ताकि खाद्य सुरक्षा मानकों को पूरी तरह से लागू किया जा सके।

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