पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रणनीति, उद्देश्य और सफलता को लेकर भारतीय सशस्त्र बलों और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक प्रेस कांफ्रेंस की सबसे खास बात यह रही कि इसकी कमान भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने संभाली — एक प्रतीकात्मक और सशक्त संदेश पूरी दुनिया को दिया गया।
महिलाओं के सिंदूर के लिए महिला नेतृत्व: प्रतीकात्मकता का मजबूत संदेश
यह कोई संयोग नहीं था कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ — जो उन महिलाओं के दर्द का प्रतिनिधित्व करता है जिनका सिंदूर पहलगाम हमले में उजड़ गया — उसकी जानकारी दो महिला सैन्य अधिकारियों ने पूरी दुनिया के सामने रखी। यह भारत की रणनीतिक परिपक्वता और लैंगिक समानता में भरोसे का भी परिचायक है।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह: ऊंचाइयों की उड़ान
- कमीशन वर्ष: 2004
- उड़ान अनुभव: 2500+ घंटे
- विशेषज्ञता: हेलीकॉप्टर पायलट (चीता, चेतक), पर्वतारोहण
- प्रेस ब्रीफिंग भाषा: अंग्रेज़ी
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन की हवाई रणनीति, लक्षित ठिकानों की पहचान और सर्जिकल एक्यूरेसी के बारे में विस्तार से बताया। उनके calm और confident demeanor ने दिखाया कि भारतीय वायुसेना की कमान कितनी सशक्त हाथों में है।
कर्नल सोफिया कुरैशी: कम्युनिकेशन की कमांडर
- कमीशन वर्ष: 1999
- कोर: Signals Corps
- प्रेस ब्रीफिंग भाषा: हिंदी
- उपलब्धि: Force 18 अभ्यास में महिला लीडर
कर्नल सोफिया कुरैशी ने जमीनी रणनीति, इंटेलिजेंस ऑपरेशंस, और सैनिकों की मूवमेंट के बारे में जानकारी दी। उनका संयम और स्पष्टता से भरा संवाद दर्शाता है कि भारतीय सेना के भीतर महिला अधिकारियों की नेतृत्व क्षमता शीर्ष स्तर पर है।
ऑपरेशन की पारदर्शिता और पेशेवर अंदाज़
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के सभी वीडियो फुटेज भी दिखाए गए, जिसमें स्ट्राइक के सटीकness और टारगेट सेलेक्शन को दर्शाया गया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई आतंकवाद के खिलाफ थी, न कि पाकिस्तान के नागरिकों या सेना के खिलाफ।
दुनिया को मिला भारत का नया चेहरा
इस प्रेस कांफ्रेंस ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट संदेश दिया — भारत सिर्फ सैनिक ताकत में नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और आधुनिक नेतृत्व में भी अग्रणी है। यह आयोजन नारी शक्ति, सैन्य सटीकता, और राजनयिक दृढ़ता का एक दुर्लभ संगम रहा।
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ऑपरेशन सिंदूर की यह ब्रीफिंग न सिर्फ सैन्य कार्रवाई का खुलासा थी, बल्कि भारत की नई सैन्य-सांस्कृतिक पहचान का परिचय भी थी — जहाँ बदला संवेदना से जुड़ा है, और नेतृत्व महिलाओं के हाथों में भी उतना ही मजबूत है।