सफलता मिलती नही है उसको कड़ी मेहनत और संघर्ष से अर्जित करना पड़ता है, बहुत कुछ छोड़ना पड़ता है, बहुत सी नाकामिया भी झेलनी पड़ती है, बहुत संघर्ष बहुत सी रातों की नींद त्यागनी पड़ती है, मां बाप और प्रियजनों से दूर बैठ के एक बगुले के भाती लगे रहना पड़ता है,एक मेहनती व्यक्ति कभी असफल नहीं होता है ये कहना गलत नहीं होगा, जैसे सोना आग में तपकर ही कुंडल बनता है वैसे ही व्यक्ति को सफलता इन संघर्ष से गुजर कर उत्कीर्ण होती है।
ऐसा ही सफलता मिली है अधिवक्ता ध्रुव नारायण सिंह चौहान और सविता सिंह के पुत्र संजय सिंह चौहान को, वे दक्षिण करौंदिया सीधी के रहने वाले है। एक बालक जो खुद का लक्ष्य निर्धारित कर निकल पड़ा था अपने मां बाप और गुरुजनों का आशीर्वाद लेकर चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय सिंह बनने के लिए, और आज वे सीधी जिले के सभी बच्चे जो इस परीक्षा में बैठना चाहते है, उनके लिए प्रेरणा बन गए है।

ये भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया (ICAI) भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में एक है। ICAI के प्रबंधन इसे कंडक्ट करता है। ये परीक्षा गणित के जुनून लिए बच्चो के लिए ही है।
जब हम छोटे शहर के बच्चो के सपनो की बात करते तो उनमें बहुत से सपने इस लिए नही जुड़ पाते क्योंकि जानकारियों का अभाव होता है, तो हम आगे जानेंगे की आखिर ये चार्टेड अकाउंटेंट क्या है और इसे बनने के लिए कौन सी योग्यता चाहिए।
CA क्या है?
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) CA परीक्षाओं को आयोजित करवाते हैं। ये परीक्षा तीन स्तर में विभाजित है –
CA फाउंडेशन,
CA इंटरमीडिएट
CA फाइनल
CA फाइनल को सफलतापूर्वक पूरा करने के पश्चात ICAI की सदस्यता और चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की उपाधि मिल पाती है। ये CA इंटरमीडिएट और फाउंडेशन की परीक्षाएं साल में तीन बार कराई जाती है, मई/जून, सितंबर और जनवरी में, और वही CA फाइनल परीक्षाएं साल में दो बार मई और नवंबर में होती हैं।
योग्यता CA बनने के लिए
CA बनने के लिया या तो आप फाउंडेशन कोर्स रूट का अनुसरण कर सकते हैं, जो कक्षा 12 के बाद है, या पूर्व स्नातक वाले लोग डायरेक्ट एंट्री रूट का ले सकते हैं। CA केवल संख्याओं का खेल नहीं है; यह वित्तीय प्रबंधन की कला के तौर पर उभरती है।
एक नए कानून के हिसाब से अब छात्र दसवीं कक्षा पास करते ही भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) मे फाउंडेशन CA कोर्स के लिए रजिस्टर कर सकते है, जिससे वे छह महीने पहले ही चार्टर्ड अकाउंटेंट बन सकते है। लेकिन सिर्फ रजिस्ट्रेशन की अनुमति है, लेकिन उम्मीदवार 12वी कक्षा पास करने के बाद ही नियमित किया जायेगा। पहले छात्र 12वीं कक्षा की परीक्षा के बाद ही रजिस्टर कर पाते थे और फिर चार महीने की अध्ययन अवधि के बाद ही फाउंडेशन परीक्षा दे पाते थे। लेकिन अब इस नए नियम के साथ, वे 12वी के तुरंत बाद फाउंडेशन परीक्षा में बैठ सकते है।
CA बनने के मार्ग
भारत में CA बनने की यात्रा में दो तरीके है:
फाउंडेशन रूट
डायरेक्ट एंट्री रूट।
दोनो तरीको के अपने पात्रता मानदंड हैं जिन्हें इच्छुक CA को आगे बढ़ने के लिए पूरा करना होगा।
फाउंडेशन रूट पात्रता मानदंड: उम्मीदवार ने कम से कम कक्षा 12वी पूरी कर ली हो,और फिर CA पंजीकरण के बाद चार महीने की अध्ययन अवधि जरूरी है।
डायरेक्ट एंट्री रूट : अगर आप भारतीय लागत लेखाकार संस्थान या भारतीय कंपनी सचिव संस्थान से ग्रेजुएट है तो फाउंडेशन परीक्षा देने की जरूरत नहीं है, आप डायरेक्ट इंटरमीडिएट कोर्स के लिए रजिस्टर कर सकते है। अगर आप कॉमर्स से ग्रेजुएट है तो आपके प्रासंगिक विषयों में कम से कम 55 प्रतिशत कुल अंक या समकक्ष होना चाइए, और ये सारे विषय जैसे लेखांकन, लेखा परीक्षा, कॉर्पोरेट कानून, अर्थशास्त्र महत्वपूर्ण हैं। गैर-वाणिज्य ग्रेजुएट्स के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 60 प्रतिशत कुल अंक या समकक्ष होना चाहिए है।
अगर आप अंतिम वर्ष के ग्रेजुएशन में है तो भी आप ग्रेजुएट इंटरमीडिएट पाठ्यक्रम के लिए रजिस्टर कर सकते है, लेकिन रजिस्ट्रेशन के 6 महीने के भीतर आपको अपनी फाइनल मार्कशीट जमा करना पड़ेगा वरना रजिस्ट्रेशन कैंसल माना जायेगा। अगर अभी भी आपके मन में CA को लेकर को भी सवाल आ रहे है कॉमेंट बॉक्स में जरूर लिखे।