भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट किया, मिशन अभी अधूरा; पाकिस्तान ने फिर किया संघर्षविराम का उल्लंघन
नई दिल्ली, 12 मई 2025: भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में घोषित सीजफायर के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान की ओर से फिर से गोलाबारी और ड्रोन गतिविधियों की खबरें सामने आई हैं। इस बीच भारतीय वायुसेना (IAF) ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि अभी भी सक्रिय रूप से जारी है।
IAF ने सोशल मीडिया पर एक आधिकारिक पोस्ट जारी कर बताया कि,
“ऑपरेशन सिंदूर में जो भी कार्यभार सौंपा गया था, उसे पूरी सटीकता और प्रोफेशनलिज्म के साथ अंजाम दिया गया है। यह ऑपरेशन देश की रणनीति के अनुसार विवेकपूर्ण ढंग से आगे बढ़ाया जा रहा है। चूंकि यह ऑपरेशन अभी भी चल रहा है, इसलिए विस्तृत जानकारी समय आने पर साझा की जाएगी।”
सीजफायर के बावजूद संघर्षविराम का उल्लंघन
10 मई की रात को जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर सीजफायर का ऐलान किया, तो ऐसा लगा कि सीमा पर शांति लौटेगी। लेकिन कुछ ही घंटों बाद, जम्मू-कश्मीर के आसमान में पाकिस्तानी ड्रोन देखे गए, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी इन धमाकों की पुष्टि करते हुए बताया कि एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर (IB) के आसपास गोलाबारी और घुसपैठ की कोशिशें हुईं। इससे एक बार फिर स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
भारत का सख्त संदेश – पाकिस्तान ज़िम्मेदार
घटना के बाद विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा,
“आज शाम को भारत और पाकिस्तान के DGMOs ने सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई थी। लेकिन कुछ ही घंटों में पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन कर दिया। भारतीय सेना इसका कड़ा जवाब दे रही है। हम पाकिस्तान से अपील करते हैं कि वह स्थिति को गंभीरता से समझे और सीमा पार से घुसपैठ की गतिविधियों पर लगाम लगाए।”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उद्देश्य और सख्ती
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत पहल्गाम आतंकी हमले के बाद हुई थी, जिसमें भारत की 26 महिलाओं ने अपने पति को खोया था। सरकार ने इसे एक निर्णायक कार्रवाई के रूप में देखा, जिसमें सिर्फ जवाब नहीं, बल्कि सबक सिखाने की नीति अपनाई गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हाल ही में कहा था,
“अगर किसी को ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत देखनी है तो पाकिस्तान से पूछिए। भारत अब आतंकवाद को उसी की भाषा में जवाब देता है। ये नया भारत है, जो चुप नहीं बैठता।”
तनाव में थोड़ी राहत, लेकिन सतर्कता बनी हुई है
11 मई को किसी गोलीबारी की सूचना नहीं आई, जिससे थोड़ी राहत जरूर महसूस हुई। लेकिन सेना और IAF अभी भी सतर्क है।
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हालात भले कुछ शांत दिख रहे हों, लेकिन भारतीय वायुसेना और थल सेना दोनों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब तक आतंकवादियों को पूरी तरह कुचला नहीं जाता, ऑपरेशन सिंदूर जैसे मिशन चलते रहेंगे। भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि परिणाम तय करता है।