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मृतक के प्लॉट पर ताला तोड़ा, दो लाख रुपये हड़पे — सरकारी जमीनों की खुलेआम बिक्री

गुना (म.प्र.): मध्य प्रदेश के गुना जिले में भू-माफिया का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। अब हालात ऐसे हो गए हैं कि ये माफिया मृतक लोगों की संपत्ति पर भी अवैध कब्जा करने से नहीं चूक रहे। ताजा मामला बजरंगगढ़ क्षेत्र से सामने आया है, जहां एक मृतक के प्लॉट पर ताला तोड़कर कब्जा कर लिया गया और प्लॉट में रखे दो लाख रुपये भी हड़प लिए गए। यही नहीं, सरकारी जमीनों पर खुलेआम कब्जा और अवैध प्लॉटिंग का सिलसिला भी बेरोकटोक जारी है।

सत्ता के संरक्षण में पल रहे हैं भू-माफिया

स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में सक्रिय भू-माफिया या तो सत्ता से जुड़े नेताओं के संरक्षण में हैं या खुद सत्ता से जुड़े संगठनों और उनके आनुषांगिक संगठनों से ताल्लुक रखते हैं। यही वजह है कि प्रशासनिक कार्रवाई की कोई पहुंच इन तक नहीं हो पाती और ये माफिया बेखौफ होकर सरकारी जमीनों को बेचने का कारोबार कर रहे हैं।

बजरंगगढ़ में मृतक के प्लॉट पर अवैध कब्जा

बजरंगगढ़ के बीस भुजा रोड निवासी दर्जनों लोगों ने कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को शिकायत सौंपी है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पुरुषोत्तम और काशीराम केवट, निवासी नवीन कॉलोनी, बजरंगगढ़ ने कुछ समय पूर्व सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसे सुशील कुमार खरे नामक व्यक्ति को बेच दिया। सुशील कुमार ने उस जमीन पर मकान भी बना लिया था।

हाल ही में सुशील कुमार खरे की मृत्यु हो गई। उनके निधन के बाद काशीराम ने उनके प्लॉट का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया और प्लॉट में रखे दो लाख रुपये भी ले लिए। यह हरकत कानून की धज्जियाँ उड़ाने वाली है और पुलिस-प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करती है।

आधे दर्जन से अधिक लोगों को बेची गई सरकारी जमीन

शिकायत में यह भी उल्लेख है कि काशीराम ने केवल एक व्यक्ति से नहीं, बल्कि आधे दर्जन से अधिक लोगों से सरकारी जमीन के प्लॉट बेचकर ठगी की है। इनमें कालूराम पुत्र मेहताब लोधा, निवासी माना कॉलोनी बजरंगगढ़ समेत कई अन्य लोग शामिल हैं।

स्थानीय निवासियों ने इस जमीन की जांच कराए जाने की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है।

नानाखेड़ी में भी कब्जे की होड़

इसी तरह का हाल नानाखेड़ी रोड का भी है, जहां सरकारी जमीनों पर कब्जा करने की होड़ सी मची हुई है। यहां भू-माफिया पहले सरकारी जमीन पर कब्जा करते हैं, फिर उसे अपनी जमीन बताकर आम लोगों को बेच देते हैं। कुछ समय पूर्व यहां से अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन अब दोबारा उन्हीं जमीनों पर कब्जा करके उन्हें बेचने का खेल शुरू हो गया है।

कलेक्टर ने दिया जांच और कार्रवाई का आश्वासन

इस पूरे मामले पर गुना के कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल ने संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा है कि, “बजरंगगढ़ और नानाखेड़ी से मिली भू-माफिया की शिकायतों की जांच की जा रही है। जो लोग सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा या प्लॉटिंग कर रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सरकारी जमीनों का सीमांकन दोबारा किया जाए और जिन लोगों ने अवैध रूप से कब्जा किया है, उन्हें जल्द से जल्द बेदखल किया जाए।

प्रशासनिक सख्ती की ज़रूरत

गुना में जिस तरह से भू-माफिया खुलेआम सरकारी जमीनों पर कब्जा कर उन्हें बेच रहे हैं, वह न केवल नियम-कानून का मज़ाक है बल्कि आम जनता की मेहनत की कमाई को लूटने जैसा अपराध भी है। ऐसे में जरूरी है कि प्रशासन सिर्फ आश्वासन न दे, बल्कि जमीनी स्तर पर सख्त कार्रवाई करे।

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गुना जिले में भू-माफिया का साहस दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है, जिसका सबसे बड़ा कारण है — प्रभावशाली संरक्षण और प्रशासनिक निष्क्रियता। अगर जल्द ही इन पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। अब ज़रूरत है कि प्रशासन मृतक की संपत्ति हड़पने वालों, सरकारी जमीन बेचने वालों और ठगी करने वाले माफिया पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करे ताकि आने वाले समय में कोई और सुशील खरे न बने।

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