मध्यप्रदेश के रीवा जिले से शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। जिले की ग्राम पंचायत बरा में आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि एक छोटा बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया है। यह हादसा उस वक्त हुआ जब परिवार के सदस्य एक आम के पेड़ के नीचे बारिश से बचने के लिए बैठे हुए थे।
अस्थायी निवास बना हादसे की वजह
मृतक परिवार बसदेवा समाज से है, जो बाबूपुर मझिगवा से आकर ग्राम बरा में आम के बाग के पास अस्थायी रूप से रह रहा था। बारिश से बचने के लिए पूरा परिवार एक पेड़ के नीचे बैठा हुआ था कि तभी अचानक आकाशीय बिजली गिर गई और तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे में मृतकों की पहचान माता, पिता और उनके बेटे के रूप में हुई है। इनकी मौत स्थल पर ही हो गई थी। वहीं एक छोटा बच्चा गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है, लेकिन उसकी स्थिति चिंताजनक बताई जा रही है।
गांव में पसरा मातम, प्रशासन सक्रिय
घटना के बाद पूरे गांव में मातम छा गया है। ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए प्रशासन से पीड़ित परिवार की आर्थिक और सामाजिक सहायता की मांग की है। जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और पंचनामा तैयार कर राहत प्रक्रिया शुरू कर दी।
स्थानीय प्रशासन की ओर से बताया गया कि परिवार की स्थिति कमजोर थी और वे कुछ समय से मजदूरी और फलों की तोड़ाई के लिए इस गांव में अस्थायी रूप से रह रहे थे। इस दुखद हादसे में तत्काल राहत राशि देने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।

बिजली गिरने की घटनाएं बनीं चिंता का विषय
गौरतलब है कि मानसून पूर्व बारिश के समय अक्सर आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन ग्रामीण इलाकों में इस बारे में जागरूकता की कमी और सुरक्षित स्थानों की अनुपलब्धता के कारण जानमाल की क्षति बढ़ जाती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि तेज बारिश और बिजली की गड़गड़ाहट के समय पेड़ों के नीचे खड़ा होना या खुले स्थानों पर रहना जानलेवा साबित हो सकता है। प्रशासन द्वारा भी समय-समय पर ग्रामीणों को इस बारे में सतर्क किया जाता है, लेकिन सीमित संसाधनों और आश्रय की कमी के चलते कई बार लोग मजबूर होकर असुरक्षित स्थानों पर शरण लेते हैं।
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रीवा की यह घटना एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि आपदा प्रबंधन और जनजागरूकता में अभी और सुधार की आवश्यकता है। पीड़ित परिवार को न्याय और सहायता मिले, इसके लिए प्रशासन, समाज और सरकार को मिलकर प्रयास करने होंगे।