भोपाल, 21 अगस्त 2024:* मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर से बदलने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 22 अगस्त को ग्वालियर, मुरैना और अन्य जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस साल जून से लेकर 21 अगस्त तक औसत से 9 गुना अधिक बारिश होने की रिपोर्ट सामने आई है। पूर्वी और पश्चिमी मध्यप्रदेश में क्रमशः 8% और 10% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो बेतहाशा तबाही का संकेत देती है।
बारिश से प्रभावित स्थिति
सावन के महीने में बारिश ने पूरे प्रदेश में कहर बरपाया है। कई नदी-नाले उफान पर हैं और बड़े बांधों के गेट खोलने पड़े हैं। मुरैना और अन्य जिलों में बांध टूटने की घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण गांव डूबने लगे हैं। 15 से 20 अगस्त के बीच मिली राहत के बाद, अब मौसम विभाग ने फिर से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
आईएमडी का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक नया सिस्टम एक्टिव हो गया है, जिससे रीवा, शहडोल, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग में बारिश की गतिविधियां तेज होंगी। 21 से 23 अगस्त तक पूरे मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी रहेगा। विशेषकर 22 अगस्त को ग्वालियर, मुरैना और अन्य 30 जिलों में अति भारी बारिश की संभावना है।
विशेष जिलों में अलर्ट
आईएमडी ने 22 अगस्त को जिन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, उनमें रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, ग्वालियर, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छतरपुर और मैहर शामिल हैं।
यलो अलर्ट वाले जिले
इसके अतिरिक्त, भोपाल, उज्जैन, हरदा, इंदौर, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, अनूपपुर और उमरिया में भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।इसके अतिरिक्त, भोपाल, उज्जैन, हरदा, इंदौर, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, अनूपपुर और उमरिया में भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मध्यप्रदेश भविष्यवाणी और तैयारी
लो प्रेशर एरिया के मजबूत होने के कारण, 23-24 अगस्त को पूरे मध्यप्रदेश में बारिश की संभावना बनी हुई है। IMD ने जानकारी दी है कि इन दिनों प्रदेश के 26 जिलों में तेज बारिश हो सकती है। इसके मद्देनजर, प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई चेतावनियों के अनुसार, जनता को सलाह दी जाती है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अत्यावश्यक कार्यों के लिए बाहर जाने से बचें। साथ ही, बाढ़ के संभावित प्रभावों को लेकर तैयारियों में तेजी लाई जाए।