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61 की उम्र में दूल्हा बने दिलीप घोष, बीजेपी नेत्री रिंकू मजूमदार से की शादी

कोलकाता: पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष एक बार फिर सुर्खियों में हैं। लेकिन इस बार कारण उनकी राजनीतिक रणनीति नहीं, बल्कि उनकी निजी जिंदगी है। 61 वर्षीय घोष ने बुधवार को 50 वर्षीय बीजेपी महिला मोर्चा की नेता रिंकू मजूमदार से विवाह कर लिया।

यह शादी दिलीप घोष के न्यू टाउन स्थित निजी आवास पर बेहद सादगी और सीमित मेहमानों की मौजूदगी में संपन्न हुई। समारोह में दोनों पक्षों के करीबी रिश्तेदार, बीजेपी के कुछ वरिष्ठ नेता, और महिला मोर्चा की चुनिंदा कार्यकर्ता शामिल हुईं।

कौन हैं दिलीप घोष?

दिलीप घोष पश्चिम बंगाल बीजेपी के एक जाने-माने चेहरा हैं। 1 अगस्त 1964 को मेदिनीपुर में जन्मे घोष का संबंध राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से रहा है। 2014 में वे बीजेपी में शामिल हुए और 2015 में उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। उनके नेतृत्व में 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने बंगाल में 18 सीटें जीतकर रिकॉर्ड प्रदर्शन किया था।

वे 2016 से 2021 तक खड़गपुर सदर से विधायक और 2019 से मेदिनीपुर से सांसद हैं। अपनी बेबाक टिप्पणियों और आक्रामक राजनीतिक शैली के लिए वह अकसर सुर्खियों में रहते हैं।

रिंकू मजूमदार: समर्पित नेता, सादगी की पहचान

रिंकू मजूमदार, बीजेपी महिला मोर्चा की सक्रिय सदस्य रही हैं। सूत्रों के अनुसार, वे तलाकशुदा हैं और एक वयस्क बेटे की मां हैं, जो कोलकाता के सॉल्ट लेक सेक्टर-V की एक आईटी कंपनी में कार्यरत है। रिंकू की सादगी, समर्पण और जमीनी कामकाज की शैली ने उन्हें पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच खास पहचान दिलाई है।

दिलीप घोष और रिंकू मजूमदार की पहली मुलाकात बीजेपी प्रदेश कार्यालय में हुई थी, जब घोष पार्टी के अध्यक्ष थे। समय के साथ दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और अब यह रिश्ता विवाह के रूप में परिणत हुआ।

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यह समारोह पूरी तरह निजी और सीमित अतिथियों वाला रहा। सूत्रों के अनुसार, इसमें बीजेपी के प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी, महिला मोर्चा के वरिष्ठ सदस्य, और दोनों पक्षों के नजदीकी परिजन ही शामिल हुए।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि यह शादी न केवल दिलीप घोष की निजी जिंदगी को नया आयाम देती है, बल्कि इससे उनकी राजनीतिक छवि में भी एक मानवीय पहलू जुड़ता है। कुछ वरिष्ठ नेताओं ने संकेत दिया है कि घोष एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में सक्रिय हो सकते हैं।

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